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पार्टी के बाहर भी जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश में BJP, शाह का संपर्क अभियान

बीजेपी का यह संपर्क अभियान अब तक का सबसे बड़ा अभियान होगा जिसमें नेता घर-घर जाकर दस्तक देंगे. इमसें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह खुद पचास घरों तक पहुंचेंगे. उनके अलावा 4000 चुनिंदा कार्यकर्ता भी एक लाख प्रमुख लोगों से संपर्क करेंगे.

पूर्व सेना प्रमुख दलबीर सुहाग से मिले शाह पूर्व सेना प्रमुख दलबीर सुहाग से मिले शाह
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 30 मई 2018,
  • अपडेटेड 2:49 PM IST

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर बीजेपी के विशेष संपर्क आभियान “संपर्क फॉर समर्थन” की शुरूआत की. इसी के साथ पार्टी की ओर से 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों का बिगुल फूंक दिया गया और जमीनी तैयारी शुरू कर दी गई है.

अमित शाह ने इस अभियान की शुरुवात पूर्व सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग और पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष कश्यप के घर जाकर की. शाह ने कहा है कि पांचवें साल में सरकार का लक्ष्य लागत का डेढ़ गुना मूल्य देकर किसानों के जीवन में बदलाव लाने और पचास करोड़ लोगों को पांच लाख तक का बीमा देकर उनको स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से मुक्त करने का है.

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एक लाख प्रमुख लोगों से संपर्क

बीजेपी का यह संपर्क अभियान अब तक का सबसे बड़ा अभियान होगा जिसमें नेता घर-घर जाकर दस्तक देंगे. इमसें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह खुद पचास घरों तक पहुंचेंगे. उनके अलावा 4000 चुनिंदा कार्यकर्ता (मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, जिला पंचायत सदस्य समेत प्रमुख नेता) एक लाख प्रमुख लोगों से संपर्क करेंगे.

यह सभी अलग-अलग क्षेत्रों के ख्याति प्राप्त 25-25 लोगों सें मिलेंगे. मोदी सरकार की चाल साल की उपलब्धियां और योजनाएं के बारे में पुस्तिकाओं, पेन ड्राइव के जरिए बताएंगे. हर कार्यकर्ता को कम से कम 25 लोगों से संपर्क करने को कहा गया है.

संपर्क फॉर समर्थन के तहत बीजेपी कार्यकर्ता इन सभी लोगों को पार्टी से जोड़ने का आग्रह भी करेंगे. शाह ने जनरल सुहाग और सुभाष कश्यप से संपर्क के दौरान उनको उपलब्धियों की पुस्तिका, पेन ड्राइव और साहित्य सौंपा. शाह ने कहा है कि मोदी सरकार ने चार साल के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों और गरीबों के लिए सबसे ज्यादा काम किया है.

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नए उम्मीदवारों को टिकट

महासंपर्क अभियान के तहत बीजेपी कई प्रमुख लोगों को पार्टी से जोड़ेगी. इनमें से कुछ लोगों को पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों में टिकट भी दे सकती है. पीएम मोदी और अमित शाह जिस तरह की चुनावी रणनीति बनाते हैं उसमें 35 से 45 प्रतिशत टिकट काटकर नए उम्मीदवारों को टिकट दिए जाते हैं.

अमित शाह से मुलाकात के बाद सुभाष कश्यप ने कहा कि वे राजनीति शास्त्र के विद्यार्थी हैं और आगे भी वही रहना चाहते हैं. सुभाष कश्यप ने बताया कि उन्होंने शाह को रामायण, संविधान और गीता भी भेंट की. कश्यप ने कहा कि मोदी सरकार की कई योजनाएं अच्छी, लेकिन अभी बहुत काम बाकी है.

बीजेपी और अमित शाह चुनावी बिसात बिछाने में माहिर हैं तभी तो जब राहुल गांधी और कांग्रेस कर्नाटक में गठबंधन की सरकार का स्वरूप तैयार करने में लगे हैं तब अमित शाह और पूरी बीजेपी 2019 लोकसभा और आने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी के बाहर जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश में जुट गई है.

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