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मोदी ने कहा 'भारत जोड़ो', नारा एक... लक्ष्य अनेक

15 अगस्त के इस भाषण में मोदी देश के कोने-कोने से आ रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं से चिंतित दिखे. उन्होंने आस्था के नाम पर हिंसा की भर्त्सना भी की. मोदी का 'भारत जोड़ो' नारा भीड़ को साफ संदेश देता है कि अब भारत में फैल रही वैमनस्यता की खाई पाटनी होगी.

लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
कौशलेन्द्र बिक्रम सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 15 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 12:34 PM IST

15 अगस्त 2017 के दिन लाल किले की प्राचीर से अपने चौथे भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की फिजा में एक नया नारा घोल दिया... 'भारत जोड़ो'. देश के बिगड़े माहौल पर चिंता व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "यह देश बुद्ध का है, गांधी का है. यहां आस्था के नाम पर हिंसा के रास्ते को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता. उस वक्त नारा था भारत छोड़ो और आज हमारा नारा है, 'भारत जोड़ो'."

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आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही (9 अगस्त को) भारत छोड़ो आंदोलन के 75 साल पूरे हुए थे. उस वक्त 'भारत छोड़ो' की जमकर चर्चा हुई थी. प्रधानमंत्री ने उसी तर्ज पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 'भारत जोड़ो' का नारा दिया.

आज 'भारत जोड़ो' की जरूरत क्यों

जाहिर है कि पीएम मोदी के इस उद्घोष का सम्मान पूरा देश करेगा. प्रधानमंत्री को भी कुछ ऐसी ही उम्मीद होगी कि देशवासियों पर इसका असर होगा और हालात सुधरेंगे. मोदी ने यह नारा उस वक्त दिया है जब इसकी बहुत जरूरत थी. यह नारा 'भारत जोड़ो' भले ही एक हो लेकिन इसके मायने कई हैं, यह कई मुद्दों पर मोदी सरकार का रुख साफ करता है, इसके लक्ष्य अनेक हैं.

भीड़ का आक्रोश

15 अगस्त के इस भाषण में मोदी देश के कोने-कोने से आ रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं से चिंतित दिखे. उन्होंने आस्था के नाम पर हिंसा की भर्त्सना भी की. मोदी का 'भारत जोड़ो' नारा भीड़ को साफ संदेश देता है कि अब भारत में फैल रही वैमनस्यता की खाई पाटनी होगी.

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कश्मीर का अलगाववाद

मोदी का 'भारत जोड़ो' नारा कश्मीर के अलगाववाद पर भी अपना असर छोड़ता है. मोदी का यह नारा साफ करता है कि अब देश को एकजुट होना होगा. कश्मीर में अब तक जो हालात थे उसे बदलना होगा. मोदी ने साफ कहा है कि अब गले मिलकर हालात बदलने होंगे.

धार्मिक उन्माद

देश में पिछले काफी दिनों से धार्मिक उन्माद भी फैला हुआ है. हिन्दू-मुस्लिम के बीच की खाई गहरी होती गई है. लाल किले की प्राचीर से दिया मोदी का भाषण और नारा उसे रोकने का संदेश देता है.

दक्षिण की कटुता

मोदी का 'भारत जोड़ो' दक्षिण भारत की हिन्दी विरोधी पट्टी को भी एक संदेश देता है कि अब देश में बदलाव लाने की जरूरत है. गौरतलब है कि हाल ही में बेंगलुरु में तमाम ऐसे बोर्ड हटाए गए थे जिन पर हिन्दी भाषा में सूचना लिखी हुई थी.

ट्रिपल तलाक

 

परिवार समाज की पहली इकाई होती है. परिवार में पनपी नाराजगी कहीं ना कहीं से समाज तक भी पहुंचती है. मोदी के भारत जोड़ो नारे को अगर हम इस नजरिए से देखें तो वह परिवार को एक होने का संदेश देता है. पुरुषों और महिलाओं के बीच के अंतर को खत्म करने का संदेश देता है. मुस्लिम महिलाओं को ट्रिपल तलाक से निजात दिलाने का संदेश देता है.

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