
हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में फिर से नया बवाल होने की आशंका होने की आशंका है. इंडिया टुडे को मिली यूनिवर्सिटी प्रशासन की बैठक की जानकारी के मुताबिक कैंपस से सभी अनधिकृत बनावटों को हटाने का फैसला किया है. इसके तहत यूनिवर्सिटी में खुदकुशी करने वाले रिसर्च स्कॉलर रोहित वेमुला का स्मारक और कैंपस में लगाए गए डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर भी हटाया जाने वाला है.
कुलपति की वापसी के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन
यूनिवर्सिटी के फैसले के तहत कैंपस में प्रदर्शन कर रहे वेमुला के समर्थक छात्रों के लगाए गए टेंट को भी हटाया जाएगा. इसको लेकर छात्रों का आंदोलन फिर से जोर पकड़ सकता है. रोहित
वेमुला की खुदकुशी पर मचे हंगामे के बाद छुट्टी पर गए कुलपति अप्पा राव की दो महीने के बाद वापसी पर छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया था.
कुलपति ने छात्रों और अभिभावकों से मांगी मदद
इसके बाद अशांति के मद्देनजर कुलपति अप्पा राव ने सोमवार को यूनिवर्सिटी में कामकाज को सुचारू तौर पर चलाने के लिए अभिभावकों और छात्रों का सहयोग मांगा है. उन्होंने कहा है कि
यूनिवर्सिटी प्रशासन आपका सहयोग चाहता है और गुजारिश करता है कि आप अपने बच्चे को ऐसी किसी गतिविधि से बचने की सलाह दें, जिससे उस संस्थान की प्रतिष्ठा प्रभावित होती हो
जहां से वे स्नातक की उपाधि लेना चाहते हैं.
प्रदर्शनकारियों को मिली जमानत
इससे पहले यूनिवर्सिटी के 25 छात्रों और दो फैकल्टी सदस्यों को मंगलवार रात चेरलापल्ली केंद्रीय जेल से रिहा कर दिया गया. उन सभी को कैंपस में 22 मार्च की हिंसा के सिलसिले में
जमानत दी गई थी. इस हिंसा के दौरान कुलपति के सरकारी आवास में भी तोड़फोड़ की गई थी. अभियोजन पक्ष ने 27 आरोपियों की जमानत याचिकाओं का विरोध नहीं किया था और अदालत
को बताया था कि कैंपस में अब हालत काबू में है.