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पठानकोट हमले में भारत की अपील पर इंटरपोल की मुहर- मसूद अजहर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस

मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने की भारत की अर्जी पर संयुक्त राष्ट्र में चीन की ओर से अडंगा लगाए जाने के बाद इंटरपोल के एक्शन ने थोड़ी राहत दी है.

पठानकोट आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. इंटरपोल ने मसूद अजहर के भाई रऊफ और मुख्य हैंडलर काशिफ जॉन के खिलाफ भी नोटिस जारी किया है.

मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने की भारत की अर्जी पर संयुक्त राष्ट्र में चीन की ओर से अड़ंगा लगाए जाने के बाद इंटरपोल के एक्शन ने थोड़ी राहत दी है. मसूद अजहर पठानकोट एयरबेस में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है और तब से फरार है.

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NIA ने सीबीआई से की थी अपील
सूत्रों के मुताबिक, मामले की जांच कर रही एनआईए ने सीबीआई के जरिए इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की अपील की थी. सीबीआई ने इंटरपोल से संपर्क साधा और हमले के मास्टरमाइंड के खिलाफ एक्शन के लिए तैयार किया.

इसके साथ ही दाऊद के साथी जावेद चिकना के ख‍िलाफ भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ है.

रद्द हो गई थी दोनों देशों की बातचीत
भारत की ओर से पाकिस्तान पर मसूद अजहर की गिरफ्तारी का दबाव भी बनाया गया, लेकिन कुछ खास असर नहीं हुआ. हमले की वजह से भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाली विदेश सचिव स्तर की बातचीत भी रद्द हो गई थी. वहीं, पाकिस्तान की ओर से जांच के लिए भारत आई संयुक्त टीम (JIT) के हवाले से वहां की मीडिया ने दावा किया था कि पाकिस्तान का इस हमले में कोई हाथ नहीं है.

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यूपीए सरकार ने जिसे रिहा किया वो भी था साजिश में शामिल
पठानकोट आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं में एक नाम उस शख्स का भी है जिसे साल 2010 में यूपीए सरकार ने पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने के लिए रिहा कर दिया था. जैश-ए-मोहम्मद के इसी आतंकी ने पठानकोट हमलों के दौरान फिदायीन स्क्वॉड को हैंडल किया था. शाहिद उन्हीं 25 आतंकियों में से एक है जिसे 28 मई 2010 को तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने के एवज में रिहा कर दिया था. ये आतंकी लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन और जैश-ए मोहम्मद के थे. पठानकोट हमले का फिदायीन अटैक हैंडलर शाहिद 11 साल तक भारतीय जेल में बंद रहा था.

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