
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और एआईएडीएमके प्रमुख जे. जयललिता को मंगलवार को मरीना बीच पर एआईएडीएमके के संस्थापक और जया के मेंटर एमजीआर की समाधि के पास दफना दिया गया. शशिकला ने एक ब्राह्मण पुजारी की मदद से अंतिम अनुष्ठानों को पूरा किया और जयललिता को दफन किया गया.
उन्हें अंतिम संस्कार के लिए राजाजी हॉल से मरीना बीच पूरे राजकीय सम्मान के साथ ले जाया गया था. सोमवार की रात उनका निधन हो गया था. जयललिता के पार्थिव शरीर को जलाया नहीं जाएगा, बल्कि AIADMK के संस्थापक एमजीआर के स्मारक के पास दफनाया जाएगा. एमजीआर को भी दफनाया ही गया था. जयललिता के निधन से पूरा देश सदमे में है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पीएम मोदी समेत तमाम लोगों ने जयललिता के निधन पर शोक जताया है. पीएम मोदी ने चेन्नई जाकर राजाजी हॉल में जयललिता को श्रद्धांजलि दी.
श्रद्धांजलि देने उमड़े लोग
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जयललिता को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार शाम चेन्नई पहुंचे. अम्मा के अंतिम दर्शन करने के बाद वो तुरंत दिल्ली वापस रवाना हो जाएंगे. प्रणब मुखर्जी सुबह चेन्नई के लिए रवाना होने वाले थे लेकिन तकनीकी खराबी के चलते उनका विमान वापस लौटाना पड़ा. थोड़ी देर बाद फिर राष्ट्रपति चेन्नई के लिए रवाना हुए. फिल्म स्टार रजनीकांत ने भी जयललिता को श्रद्धांजलि दी. अंतिम दर्शन के लिए राजाजी हॉल में जयललिता का पार्थिव शरीर रखा गया था. अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी तादाद में लोग उमड़ पड़े. राजाजी हॉल के बाहर समर्थक बड़ी संख्या में जुटे रहे. बेकाबू भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा.
तमिलनाडु में 7 दिन का राजकीय शोक
सोमवार रात करीब 11:30 बजे जयललिता ने अंतिम सांस ली. चेन्नई में अम्मा के समर्थकों ने अपोलो हॉस्पिटल के बाहर हंगामा किया, ऐसे में हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जयललिता के निधन पर केंद्र सरकार ने एक दिन का शोक घोषित किया है वहीं तमिलनाडु में 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है.
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मरीना बीच पर होगा अंतिम संस्कार
जयललिता का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम 4:30 बजे को मरीना बीच पर किया जाएगा. सोमवार की शाम को जयललिता के निधन की अटकलें चली थीं, जिसे अपोलो अस्पताल ने तुरंत खारिज कर दिया था. तमिल चैनलों ने जयललिता के निधन की खबर दी थी. हालांकि देर रात अस्पताल ने जानकारी दी कि अम्मा का 11.30 बजे निधन हो गया है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी चेन्नई पहुंच गए हैं. यूपी के सीएम अखिलेश यादव भी जयललिता को श्रद्धांजलि देने के लिए चेन्नई पहुंचे. पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा जयललिता के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल भी चेन्नई जाएंगे. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. वे चेन्नई में हैं.
संसद में दी गई श्रद्धांजलि
तमिलनाडु की सीएम जयललिता के निधन के बाद संसद के दोनों सदनों में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद दिन भर के लिए दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. केंद्र सरकार ने जयललिता के निधन पर एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है. राष्ट्रपति भवन पर लगा तिरंगा झुकाया गया.
राष्ट्रीय ध्वज से ढका शव
जयललिता के निधन के बाद समर्थकों काफी व्यथित दिखे. हजारों समर्थक अपनी 'पुराची थलैवी अम्मा' (क्रांतिकारी नेता अम्मा) को अंतिम विदाई देने के लिए कतार में खड़े हो गए. जयललिता का पार्थिव शरीर उनकी पसंदीदा हरे रंग की साड़ी में लिपटा हुआ था. छह बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं जयललिता का पार्थिव शरीर शीशे के बक्से में रखा गया है. यह बक्सा राजाजी हॉल की सीढ़ियों पर रखा गया और सेना के चार जवानों ने उसे राष्ट्रीय ध्वज से ढक दिया. राज्य के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम और उनके सहयोगी मंत्रिमंडलीय सहयोगियों, सांसदों, विधायकों तथा राज्य के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने दिवंगत मुख्यमंत्री को सबसे पहले श्रद्धांजलि दी.
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जयललिता के करीबी पनीरसेल्वम बने तमिलनाडु के नए सीएम
जयललिता के निधन के बाद ओ पनीरसेल्वम तमिलनाडु के नए सीएम बने हैं. रविवार को उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया. इसके बाद पनीरसेल्वम ने देर रात सीएम पद की शपथ ली. इस दौरान उनकी जेब में जयललिता की फोटो थी.
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पीएम मोदी ने जताया दुख
जयललिता के निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है और उन्होंने कहा कि उनकी आत्मा को शांति मिले. वहीं तमिलनाडु में 7 दिन के लिए शोक की घोषणा की गई है, जिससे सभी स्कूल-कॉलेजों में 3 दिन के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी गई है. जयललिता के निधन पर उत्तराखंड, कर्नाटक और बिहार में भी एक दिन के शोक की घोषणा की गई है.
AIADMK दफ्तर में झुकाया गया झंडा
अपोलो अस्पताल द्वारा जयललिता के निधन की खबर की पुष्टि करते ही पार्टी कार्यालय में झंडे को झुका दिया गया है. साथ ही पूरे प्रदेश में सुरक्षा-व्यवस्था को बढ़ा दी गई है.
रविवार को पड़ा था दिल का दौरा
जयललिता को दिल का दौरा पड़ने के बाद फिर से अपोलो अस्पताल के सीसीयू में हार्ट असिस्ट डिवाइस पर रखा गया. जयललिता पिछले 74 दिनों से अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं और रविवार को ही पार्टी की तरफ से उनके पूरी तरह से ठीक होने की खबर भी आई थी. जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर अपोलो अस्पताल ने लंदन के डॉक्टर रिचर्ड से संपर्क किया था और दिल्ली के एम्स से डॉक्टरों की एक टीम भी इलाज के लिए चेन्नई के अपोलो अस्पताल पहुंची थी. लेकिन अम्मा को बचाया नहीं जा सका.
अस्पताल के बाहर समर्थक मायूस
सीएम जयललिता के निधन की खबर मिलते ही उनके समर्थकों समेत पूरे में शोक की लहर दौड़ गई है. उनके चाहने वालों के आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा है. अस्पताल के बाहर अम्मा के समर्थकों ने रोना-धोना शुरू कर दिया है. वैसे रविवार देर शाम ही जब अम्मा के चाहने वालों को दिल का दौरा पड़ने की खबर मिली तो अस्पताल के बाहर उमड़े पड़े, और अम्मा की सलामती के लिए हाथ जोड़कर दुआ करते दिखे.
अस्पताल में हुई थी आपात बैठक
रविवार के दिन जयललिता को दिल का दौरा पड़ने की खबर मिलते ही तमिलनाडु के राज्यपाल सी विद्यासागर राव मुंबई अपने सभी कार्यक्रम छोड़कर चेन्नई लौट आए थे. वो चेन्नई पहुंचते ही सबसे पहले अपोलो अस्पताल पहुंचे और वहां से 10 मिनट के बाद राजभवन चले गए. अम्मो को हार्ट अटैक के बाद अपोलो अस्पताल में ही रविवार को तमिलनाडु सरकार की कैबिनेट की आपात बैठक हुई, जिसमें तमाम मंत्री शामिल हुए. गंभीर हालत की भनक तब ही लग गई थी कि जब राज्यपाल अपनी यात्रा छोड़ चेन्नई रवाना हो गए और AIADMK सांसदों को दिल्ली से चेन्नई पहुंचने के लिए पार्टी ने आदेश जारी कर दिया.
पूरे राज्य में अलर्ट जारी
वहीं, राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अस्पताल के बाहर 200 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनाती कर दी गई. साथ ही चेन्नई समेत राज्य के दूसरे हिस्सों में अर्द्धसैनिक बलों को अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी राज्यपाल से बात कर पूरे हालात की जानकारी ली.
22 सितंबर से अस्पताल में थीं भर्ती
गौरतलब है कि 68 साल की अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता 22 सितंबर से चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं. 15 दिन पहले तक उन्हें CCU में रखा गया था, हालात में सुधार के बाद उन्हें सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया गया. जयललिता को बुखार और डिहाइड्रेशन की शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया था, बाद में जयललिता को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी थी.