
पूर्वी यूपी के मिर्जापुर जिले में सांसद अनुप्रिया पटेल और बिजली विभाग इन दिनों आमने-सामने है. शनिवार को सांसद कार्यालय में बिजली विभाग के अधिकारियों और सांसद के पति के बीच हुए विवाद ने अब तूल पकड़ लिया है.
बिजली विभाग के अधिशासीय अभियंता बी के गुप्ता के तहरीर पर सांसद के पति आशीष पटेल और प्रतिनिधि अनिल सिंह पर कटरा कोतवाली में धारा 342, 504, 508, 353, 427 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
सरकारी काम में बाधा और धमकी देने का आरोप
पुलिस को दी गई तहरीर में बिजली विभाग के अधिकारी ने आरोप लगाया है कि उन्हें सांसद कार्यालय पर सांसद के पति ने धमकी दी थी. साथ ही सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की और उन्हें बंधक बनाते हुए सरकारी कागजातों को फाड़ दिया. शनिवार को सांसद अनुप्रिया पटेल ने सांसद चयनित गांव दादरी में जले ट्रांसफार्मर बदलने को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों को अपने कार्यालय बुलाया था. अधिकारी सांसद कार्यालय पहुचे तो वहां सांसद के पति आशीष पटेल अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे. वह अधिशासीय अभियंता बी के गुप्ता को देख कर भड़क गए.
सांसद के पति पर गालियां देने का आरोप
अधिकारियों का आरोप है कि सांसद के सामने ही सांसद के पति आशीष पटेल ने बी के गुप्ता को गाली देते हुए जान से मारने की धमकी भी दी. उन्हें बाहर निकल जाने को कहा और उन्हें मारने के लिए लोगों को भी उकसाया. साथ ही अधिकारियों को बंधक बना लिया.
सांसद कार्यालय पर अधिकारियों का धरना
घटना की जानकारी होने के बाद सांसद कार्यालय पर जिले के बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का जमावड़ा पर लग गया. सभी गेट के सामने धरने पर बैठ गए. पुलिस ने किसी तरह से धरना को खत्म करवाया. पुलिस ने सांसद के पति और प्रतिनिधि पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
एसपी ने कहा- केस दर्ज, होगी कानूनी कार्रवाई
इस मामले में मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक अरविंद सेन ने बताया कि विद्युत विभाग के अधिकारियों की तरफ से एक तहरीर आई है. इसमें सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और धमकी देने का केस पंजीकृत कर लिया गया है. मामले में जरूरी कानूनी कारवाई की जाएगी.