Advertisement

भारत की इन जगहों पर संभल कर जाएं नहीं तो...

घूमने के श्‍ाौकीन हैं और एडवेंचरस जगहों पर जाना आपको बहुत पसंद है तो जरा ध्‍यान दें! भारत में कई ऐसी जगह हैं जो आपके लिए एडवेंचर का खजाना हो सकती हैं लेकिन...

भारत की खूबसूरत जगहों पर है माओवादियों का कब्‍जा भारत की खूबसूरत जगहों पर है माओवादियों का कब्‍जा
वन्‍दना यादव
  • नई दिल्ली,
  • 10 मई 2016,
  • अपडेटेड 3:04 PM IST

भारत की खूबसूरती देसी-विदेशी पर्यटकों को खूब लुभाती है और हर रोज हजारों की तादाद में विदेशी पर्यटक यहां घूमने आते हैं. भारत के हर कोने में प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना है जो यात्रियों का मनमोह लेता है लेकिन यहां कि कई जगहें ऐसी हैं जहां पर जाने से पहले सोच लेना ही बेहतर है.

आइए जानें, ऐसा क्‍या है कि इन जगहों जो इन्‍हें भारत की सबसे खतरनाक जगहों में से एक बनाता है...

Advertisement

अकसई चिन, जम्‍मू-कश्‍मीर
अक्साई चिन या अक्सेचिन चीन, पाकिस्तान और भारत की सीमा पर स्थित तिब्बती पठार के उत्तरपश्चिम में स्थित एक विवादित क्षेत्र है. यह कुनलुन पर्वतों के ठीक नीचे स्थित है. किसी खूबसूरती आपको यहां जाने पर मजबूर कर देगी लेकिन क्‍या आप जानते हैं यह दुनिया की सबसे खतरनाक जगहों में से एक है.

फुगताल मोनेस्ट्री, लद्दाख
इसे फुगताल गोस्पा के नाम से भी जाना जाता है. ऊंची खड़ी पहाड़ी के एक तरफ बनी हुई इस मोनेस्ट्री पर बाहरी लोगों का पहुंचना खतरे से खाली नहीं.

साइलेंट वैली, केरला
साइलैंट वैली राष्ट्रीय उद्यान उत्तरी केरल के पालक्काड जि‍ले के मन्नारकाड से 40 कि.मी. की दूरी पर स्थित है. पिछले कुछ समय से माओवादी हमलों के बाद इस जगह को पर्यटकों के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता है.

द्रास, लद्दाख
इसको लद्दाख का द्वार भी कहते है. यह दुनिया की दूसरी सबसे ठंडी जगह है और इसी के साथ यह आतंकवाद प्रभावित क्षेत्र भी है. यहां अगर आप आतंकियों की गोलियों से बच गए तो ठंड से बचना मुश्किल है.

Advertisement

खरदुंग ला, लद्दाख
खरदुंग ला दुनिया की सबसे ऊंची रोड है. यहां पर सीधी चमकती धूप, तेज हवा और कम ऑक्सीजन अधिकतर लोगों को यहां से जल्द ही वापस लौटने पर मजबूर कर देती हैं.

मानस नेशनल पार्क, असम
मानस नेशनल पार्क असम का एक प्रसिद्ध पार्क है. इसे यूनेस्को नेचुरल वर्ल्ड हेरिटेज साइट के साथ-साथ प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व, बायोस्फियर रिजर्व और एलिफेंट रिजर्व घोषित किया गया है. इसकी सुंदरता में खो मत जाइएगा क्‍योंकि यहां पर बोडो उग्रवादियों का कब्‍जा है जो आपका स्‍वागत करने के लिए तैयार हैं.

फुलबानी, ओडिशा
भुवनेश्‍वर से 200 किलोमीटर दूर इस गांव का नैसर्गिक सौंदर्य आपको अपनी ओर खींचने के लिए काफी है लेकिन यहां जाना खतरे से खाली नहीं है. यहां पर भी माओवादी हर कोने पर फैले हुए हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement