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खाप पंचायत बन चुकी है AAP, 'तानाशाह' के इशारे पर चल रही है पार्टीः प्रशांत भूषण

आम आदमी पार्टी (AAP) से निकाले गए प्रशांत भूषण ने मंगलवार को पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने AAP को खाप पंचायत करार दिया जबकि अरविंद केजरीवाल की तुलना तानाशाह से कर डाली.

प्रशांत भूषण प्रशांत भूषण
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 अप्रैल 2015,
  • अपडेटेड 5:12 PM IST

आम आदमी पार्टी (AAP) से निकाले गए प्रशांत भूषण ने मंगलवार को पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने AAP को खाप पंचायत करार दिया जबकि अरविंद केजरीवाल की तुलना तानाशाह से कर डाली.

सोमवार देर रात पार्टी ने बर्खास्त किए गए प्रशांत भूषण ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'आम आदमी पार्टी खाप पंचायत की तरह काम करने लगी है. एक तानाशाह के इशारों पर पार्टी काम करती है. 2 महीने से नौटंकी चल रही थी, हमें निकालकर नौटंकी खत्म कर दी गई.'

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प्रशांत भूषण ने कहा, 'पार्टी के मुखिया ने पार्टी के संविधान को त्याग दिया. असंवैधानिक तरीके से काम किया गया है. लोकपाल को गैरसंवैधानिक तरीके से बदल दिया गया. हम कोर्ट में जा सकते हैं लेकिन यहां सवाल सबसे बड़ा ये है कि क्या हम अपना समय और अपनी ऊर्जा इसमें खर्च करना चाहते हैं? देश को रास्ता दिखाएगा स्वराज अभियान. स्वराज अभियान पारदर्शी संगठन होगा. पार्टी बनाने को लेकर अभी फैसला नहीं लिया गया है.'

प्रशांत भूषण ने बताया, 'अरविंद केजरीवाल ने चिल्लाकर कहा कि वो अब हमारे साथ काम नहीं कर सकते और हमें पार्टी से निकाल दिया गया.'

वहीं योगेंद्र यादव ने कहा कि हमें AAP की आत्मा को आगे ले जाना है, यह हमारा कर्तव्य है. स्वराज संवाद के दौरान हमने फैसला लिया था कि हम AAP छोड़कर खुद नहीं जाएंगे क्योंकि ये हमारा घर है. जब कोई आपको आपके घर से घसीट कर निकाल दे तो पहले गुस्सा आता है कि कौन लोग हैं ये क्या कर रहे हैं.

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पार्टी से निकाले गए अजीत झा ने कहा, 'कहीं से कोई डेडलाइन मिलती है तो समिति को काम करना था. जो आरोप पत्र मुझे मिला वह मेरा जवाब है, एडमिरल रामदास को ये बताने को तैयार नहीं की उनका कार्यकाल कब खत्म हुआ. पार्टी के संविधान को तहस नहस करने का काम किया गया है, पार्टी संविधान के हिसाब से काम नहीं हुआ.'

उन्होंने कहा, 'जाहिर है कि किसने क्या सोचा लेकिन पार्टी के संयोजक की इसमें भूमिका होती है, उनके सहमति और भूमिका के बिना संविधान तहस नहस करना संभव हुआ. संयोजक के रहते एक बार नहीं 50-100 बार संविधान तहस नहस हुआ. कुछ लोगों के हाथ में पार्टी है आज, बैंक अकाउंट हैं और दिल्ली की सरकार है आज.'

उन्होंने कहा, 'राष्ट्रीय परिषद की बैठक गैर कानूनी थी, कोई भी फैसला जो राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद हुआ है वो हमारे लिए मान्य नहीं है. नई पार्टी बिल्कुल नहीं बना रहे हैं आप, स्वराज संवाद में ये एक राय थी.'

गौरतलब है कि सोमवार देर रात योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, आनंद कुमार और अजीत झा को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया था.

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