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BCCI ने मानी लोढ़ा कमेटी की सिफारिश, राजीव शुक्ला बोले- IPL-9 में हर हाल में 8 टीमें खेलेंगी

स्पॉट फिक्सिंग पर आए जस्टिस लोढा कमेटी के फैसले के बाद मुश्किलों में घिरी इंडियन प्रीमियर लीग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में बीसीसीआई ने लोढ़ा कमेटी के फैसले के अध्ययन के लिए एक समिति बनाने का फैसला किया है.

राजीव शुक्ला (फाइल फोटो) राजीव शुक्ला (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 18 जुलाई 2015,
  • अपडेटेड 6:37 PM IST

स्पॉट फिक्सिंग पर आए जस्टिस लोढ़ा कमेटी के फैसले के बाद मुश्किलों में घिरी इंडियन प्रीमियर लीग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में बीसीसीआई ने लोढ़ा कमेटी के फैसले के अध्ययन के लिए एक समिति बनाने का फैसला किया है. जिसे छह हफ्तों के भीतर अपनी राय बीसीसीआई की वर्किंग कमेटी से साझा करनी होगी. कमेटी के सदस्यों की घोषणा कल तक होने की उम्मीद है. इस बीच आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने फिर से दोहराया है कि आईपीएल-9 में पूरी 8 टीमें खेलेंगी.

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संचालन समिति करेगी चर्चा
राजीव शुक्ला की अगुवाई वाली आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त भारत के पूर्व चीफ जस्टिस आरएम लोढ़ा की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय समिति के कड़े फैसले के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की. इस रिपोर्ट में दो बार की आईपीएल चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स और 2008 में पहली आईपीएल चैम्पियन राजस्थान रॉयल्स को उनके अधिकारियों गुरूनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा के सट्टेबाजी से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने के कारण दो साल के लिए निलंबित करने की सजा दी गई है.

मयप्पन और कुंद्रा हुए प्रतिबंधित
सीएसके के पूर्व टीम प्रिंसिपल मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के सहमालिक कुंद्रा को सट्टेबाजी में शामिल होने और आईपीएल तथा खेल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया है. उच्चतम न्यायालय ने इस साल जनवरी में न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति का गठन किया था जिसे मयप्पन, कुंद्रा के अलावा दो आईपीएल फ्रेंचाइजियों सीएसके के मालिक इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड और राजस्थान रॉयल्स के मालिक जयपुर आईपीएल के खिलाफ सजा तय करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.

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बनानी होगी नई रणनीति
आईपीएल संचालन परिषद को अब बीसीसीआई के स्वामित्व वाली इस लुभावनी टी20 लीग के लिए नई रणनीति तैयार करनी होगी. आईपीएल संचालन परिषद को इसके अलावा कई कानूनी मुद्दों पर भी माथापच्ची करनी होगी जिसमें हितों के टकराव का मामला भी शामिल है. इस बीच शुक्ला ने फैसले के बाद मोर्चा संभालते हुए बयान दिया था कि आईपीएल अब भी ठोस टूर्नामेंट है और अगले साल न्यूनतम आठ टीमों के साथ यह और मजबूत वापसी करेगा.

आशावान हैं राजीव शुक्ला
शुक्ला ने कहा था, 'हम आईपीएल को लेकर हमेशा सोचते हैं और मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि अगला टूर्नामेंट बेहद सफल होगा. आईपीएल एक ठोस उत्पाद है और इस फैसले (टीमों के निलंबन) से एक उत्पाद के रूप में आईपीएल को प्रभावित नहीं होना चाहिए. हमारा विचार टूर्नामेंट को उसके पूरे प्रारूप में आयोजित करने का है जिसमें कम से कम आठ टीमें होंगी. हम छह टीमों के साथ टूर्नामेंट का आयोजन नहीं कर सकते हैं.' शुक्ला ने आगे कहा था कि आईपीएल के लिये एक विकल्प यह भी खुला है कि दो निलंबित टीमों को बीसीसीआई के नियंत्रण में चलाया जाए.

विकल्पों पर चर्चा होगी
हालांकि इस तरह की चिंता जताई जा रही है कि अगर यह कदम उठाया गया तो एक बार फिर हितों के टकराव का मामला सामने आएगा. शुक्ला ने कहा था, 'हम बैठक में उनकी (लोढ़ा समिति की) रिपोर्ट पर विचार करेंगे. इसके बाद उप समिति का गठन किया जाएगा जो रिपोर्ट का अध्ययन करेगी. इस आधार पर हम फैसला करेंगे कि रिपोर्ट को कैसे लागू किया जाएगा.' न्यायामूर्ति लोढ़ा ने भी फैसला सुनाने के एक दिन बाद कहा था कि बीसीसीआई आईपीएल फ्रेंचाइजियों को रद्द करने के लिए स्वंतत्र है. बीसीसीआई के पास यह विकल्प भी होगा कि वह दोनों फ्रेंचाइजियों को बर्खास्त करे और निविदा प्रक्रिया के जरिये दो नयी फ्रेंचाइजियां लेकर आए.

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मनोहर ने की डालमिया से मुलाकात
इस बीच बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर ने कोलकाता में मौजूदा अध्यक्ष जगमोहन डालमिया से मुलाकात की और उन्हें इस मुद्दे पर अपने नजरिये से अवगत कराया.

इनपुट: भाषा

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