Advertisement

अखिलेश ने चाचा शिवपाल समेत 4 मंत्र‍ियों को हटाया, कहा- सपा को टूटने नहीं दूंगा

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं अखिलेश के घर के सामने अमर की फोटो फाड़ी और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की.

अखिलेश यादव अखिलेश यादव
लव रघुवंशी
  • लखनऊ,
  • 23 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 6:31 PM IST

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने सरकारी आवास पर विधायकों की बैठक बुलाई. बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए शिवपाल समेत 4 मंत्रियों को कैबिनेट से हटाया गया. शिवपाल के अलावा मंत्रिमंडल से नारद राय, ओम प्रकाश सिंह और शादाब फातिमा को बाहर का रास्ता दिखाया गया है. अखिलेश ने अमर सिंह की करीबी जया प्रदा को यूपी फिल्म डेवलपमेंट काउंसिल से भी हटा दिया है.

Advertisement

इसके अलावा अखिलेश ने बैठक में कहा कि जो भी अमर सिंह के साथ है, उनको हटाया जाएगा. जिस व्यक्ति ने पार्टी में झगड़े पैदा किए उनको माफी नहीं दी जाएगी. बैठक में शिवपाल सर्मथकों को नहीं बुलाया गया था. बैठक में किसी को भी फोन ले जाने की अनुमति नहीं दी गई थी. इस बैठक में शामिल होने के लिए 16 एमएलए और 6 एमएलसी को न्योता नहीं भेजा गया. मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को मीटिंग बुलाई है. सभी विधायकों, एमएलसी, मंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, ब्लॉक प्रमुख और सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया है. अखिलेश यादव भी बैठक में हिस्सा लेंगे.

अमर सिंह को दलाल कहा गया
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं अखिलेश के घर के सामने अमर की फोटो फाड़ी और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की. बैठक में अखिलेश ने भावुक होते हुए कहा कि मैं अपने पिता का बेटा हूं. हमेशा उनके साथ रहूंगा. कई विधायक रो पड़े. बैठक में अमर सिंह के खिलाफ नारे लगाए गए. सीएम ने उन्हें दलाल तक कहा.

Advertisement

'पार्टी टूटने नहीं दूंगा'
अमर सिंह पर अखिलेश ने कहा कि ये आदमी पिता और पुत्र को लड़ाना चाहता है. ये बीजेपी से मिला हुआ है. नेताजी के खिलाफ जिसने भी कुछ कहा है मैं हमेशा खिलाफ रहा हूं. मैं अपने पिता का उत्तराधिकारी हूं. पार्टी टूटने नहीं दूंगा.

कैबिनेट से हटाए जाने के बाद शिवपाल यादव मुलायम सिंह के आवास पहुंचे. शिवपाल यादव ने अपनी सरकारी कार लौट दी है. मुलायम निवास से वो निजी कार में लौटे. इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता रेवती रमन सिंह, नरेश अग्रवाल और माता प्रसाद पांडेय मुलायम सिंह मुलाकात के लिए उनके आवास पहुंचे थे. पार्टी चीफ मुलायम सिंह ने 24 अक्टूबर को पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है.

पता था ऐसा दुखद दिन आएगा
विधानमंडल की बैठक लखनऊ में होने के बावजूद अपने गृह जनपद रामपुर में मौजूद कैबिनेट मंत्री आजम खां ने मुख्यमंत्री का अधिकार बताते हुए कहा है कि यह उनका अधिकार है वह किसे रखेंगे और किसे नहीं उनकी पसंद और नपसंदगी का सवाल नहीं है. पार्टी में कलह की वजह अमर सिंह को बिना उनका नाम लिए बताया कि ऐसा दुखद दिन एक दिन जरूर आएगा, मैंने यह हमेशा महसूस किया है. समझदार और पार्टी के दूरदर्शी लोगों को भी इसका एहसास था.

Advertisement

आजम खां ने कहा कि पार्टी में कलह काफी दुखद है और इसे हम बहुत पहले से ही महसूस कर रहे थे. पार्टी में उठा पटक के बारे में कहा कि अभी नुकसान और फायदा कहना काफी जल्दबाजी होगी. उन्होंने अमर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि एक शख्स से नुकसान बहुत हुआ है. बंटवारे की तरफ कोई नीयत नहीं है. आजम ने कहा कि पार्टी में सिर्फ वैचारिक मतभेद है जो बहुत पहले समझ लिया गया था, लेकिन पार्टी को इससे कोई नुकसान या फायदा या विघटना कुछ भी नहीं हुआ है.

शनिवार को भी चला बैठकों का दौर
शनिवार को समाजवादी पार्टी के 4 वरिष्ठ नेता किरणमय नंदा, बेनी प्रसाद वर्मा, रेवती रमन सिंह और नरेश अग्रवाल पहले पार्टी चीफ मुलायम सिंह यादव से लखनऊ में मिले. फिर सीएम अखिलेश यादव के साथ इनकी लंबी बैठक हुई. अखिलेश और सपा के इन 4 नेताओं के बीच 90 मिनट तक तमाम मुद्दों को लेकर बातचीत हुई. मुलायम के साथ बैठक में शिवपाल यादव भी मौजूद थे.

सुलह के फॉर्मूले पर बैठकों का दौर
मीटिंग में मुलायम सिंह लगातार बोलते रहे. उन्होंने इन नेताओं के सामने अपनी भड़ास निकाली. इसी बीच दो बार शिवपाल यादव को भी मीटिंग में बुलाया गया जहां शिवपाल यादव ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश भी की लेकिन बैठक में सुलह का क्या फॉर्मूला हो इसपर कुछ भी फैसला नहीं हो सका. बहरहाल मुलायम सिंह यादव से मीटिंग के बाद जब इन नेताओं ने अखिलेश से मुलाकात का प्रस्ताव रखा तो मुलायम सिंह ने अपनी नाराजगी के बावजूद तुरंत मिलने और कोई फॉर्मूला ढूंढने की सलाह दी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement