
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने पंकजा मुंडे को फिर क्लीन चिट दे दी. लेकिन आजतक के हाथ लगे दस्तावेज बताते हैं कि 206 करोड़ की खरीद में नियमों का उल्लंघन हुआ है. उधर सहयोगी पार्टी शिवसेना प्रमुख उद्धव ने भी पंकजा पर निशाना साधा है.
उद्धव ठाकरे ने साधा निशाना
शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कहा, 'पंकजा पर लगे आरोप गंभीर हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस सभी सवालों के जवाब देने में सक्षम हैं.
फड़नवीस ने दी क्लीन चिट
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़नवीस जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे तो उनकी सरकार की महिला और बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे को लेकर अटकलें तेज हो गईं. कयास लगने लगे कि क्या पीएम और सीएम के बीच पंकजा पर बात होगी? मुलाकात के बाद जब फड़नवीस निकले तो उन्होंने साफ कर दिया कि पंकजा को लेकर पीएम ने कोई बात नहीं की, वो तो पीएम को कुंभ का न्योता देने गए थे. लेकिन लगे हाथों दोबारा साफ कर दिया कि पंकजा की कोई गलती नहीं है.
CM की सफाई
फड़नवीस के मुताबिक पंकज ने टेंडर की जगह रेट कांट्रेक्ट सिस्टम से खरीददारी इसलिए की क्योंकि एक करोड़ से ज्यादा की खरीददारी का नियम 17 अप्रैल को बना था और पंकजा ने फरवरी ने खरीद की मंजूर दी थी. लेकिन आज तक को मिले दस्तावेजों के मुताबिक कुछ मामलों में रेट कांट्रेक्ट नियम को भी तोड़ा गया.
पांच फीसदी का फायदा
जैसे किताबों की खरीद के लिए पुस्तकालय निदेशालय ने 25 फीसदी छूट का नियम बनाया है. लेकिन महिला बाल विकास मंत्रालय ने सिर्फ 20 फीसदी छूट ली. यानी पांच फीसदी फायदा ठेकेदार को पहुंचाया गया. किताबों की खरीद पर 7.1 करोड रुपये खर्च हए.
ACB की चिट्ठी
इस बीच, एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मसले पर महाराष्ट्र के महिला और बाल विकास मंत्रालय के प्रधान सचिव को चिट्ठी भेजी है. एसीबी ने इस मसले पर प्रधान सचिव से पूछा है कि क्या खरीद में किसी प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है? प्रधान सचिव के जवाब के बाद ही एसीबी आगे की कार्रवाई करेगी.