Advertisement

केजरीवाल पर अन्ना ने फिर जताई नाराजगी, पहले की नसीहत भी रही बेअसर

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर समाजसेवी अन्ना हजारे ने फिर नाराजगी जताई है. दिल्ली सरकार के मंत्री संदीप कुमार की सेक्स सीडी सामने आने के बाद हुए हंगामे पर अन्ना ने कहा कि उन्होंने पहले ही केजरीवाल को आगाह किया था, लेकिन केजरीवाल ने उनकी कोई बात नहीं मानी.

समाजसेवी अन्ना हजारे समाजसेवी अन्ना हजारे
केशव कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 05 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:10 AM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर समाजसेवी अन्ना हजारे ने फिर नाराजगी जताई है. दिल्ली सरकार के मंत्री संदीप कुमार की सेक्स सीडी सामने आने के बाद हुए हंगामे पर अन्ना ने कहा कि उन्होंने पहले ही केजरीवाल को आगाह किया था, लेकिन केजरीवाल ने उनकी कोई बात नहीं मानी.

नसीहत के बाद भी कानूनी कार्रवाई की जद में कई मंत्री-विधायक
अन्ना हजारे ने सोमवार को कहा कि मैंने कहा था कि लोगों का चाल-चरित्र जरूर देख लें. किसी पर यूं ही भरोसा करना ठीक नहीं है. पार्टी में आने वाले लोगों के चरित्र को जांचने की व्यवस्था होनी चाहिए. अन्ना ने इसके पहले भी केजरीवाल की राजनीति को लेकर खुलकर नसीहत दी थी. उसके बावजूद दिल्ली सरकार के कई मंत्री और आम आदमी पार्टी के विधायक भ्रष्टाचार, घरेलू हिंसा, फर्जी सर्टिफिकेट, लोगों से दुर्व्यवहार जैसे कई अपराधिक गतिविधियों के आरोप में कानूनी कार्रवाई के दायरे में आए.

Advertisement

सीडी कांड को लेकर अन्ना हजारे ने पहली बार बयान दिया. उन्होंने कहा कि केजरीवाल उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं. पार्टी बनाते वक्त उन्हें कहा गया था कि ईमानदारी और साफ छवि वाले लोगों को ही लें, लेकिन पार्टी में दागदार छवि वाले लोग आ गए. भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग और आजादी की तीसरी लड़ाई बताए जा रहे अन्ना के लोकपाल आंदोलन के सहारे राजनीतिक जमीन तैयार करने वाले अरविंद केजरीवाल और उनके नजदीकी सहयोगियों को लेकर पहले भी रालेगण सिद्धी से नाराजगी भरे स्वर उठते रहे हैं.

अन्ना आंदोलन के बाद से ही राजनीति को लेकर मतभेद
अन्ना आंदोलन में अरविंद केजरीवाल, किरन बेदी, योगेंद्र यादव, कुमार विश्वास, जनरल वी के सिंह, मनीष सिसोदिया, प्रशांत भूषण के अलावा ढेर सारे लोग सक्रिय थे. आंदोलन के बाद राजनीतिक पार्टी बनाने और चुनाव लड़ने को लेकर भी अन्ना ने सार्वजनिक तौर पर अपने मतभेद दर्ज कराए थे.

Advertisement

इसके बावजूद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी बना ली और चुनाव लड़े. इसके बाद कांग्रेस के साथ मिलकर दिल्ली में सरकार बनाई. अन्ना ने दोनों ही बार खुद को इससे दूर बताया. केजरीवाल ने अन्ना के पास जाकर उन्हें मनाने की कोशिश भी की. लेकिन अन्ना की किसी बात पर अमल नहीं किया. राजनीति में आकर उसीके रंग में रंगते चले गए.

सीनियर साथियों को निकालने पर भी नाराजगी
केजरीवाल ने अपनी पार्टी के सीनियर साथियों योगेंद्र यादव, आनंद कुमार और प्रशांत भूषण को अपमानित कर बाहर का रास्ता दिखाया था. उस दौरान भी अन्ना की नाराजगी की बात सामने आई थी. इन दिनों दिल्ली के विजवासन से विधायक देवेंद्र सिंह सहरावत के अन्ना को पत्र लिखकर मार्गदर्शन करने की मांग के बाद फिर से उनकी राय खबरों में है.

शराब को लेकर मतभेद को हवा देने की होगी कोशिश
चर्चा है कि कुछ राजनीतिक लोग दिल्ली में केजरीवाल सरकार की ओर से शराब की लगभग 400 नई दुकान को लाइसेंस देने के सवाल पर भी अन्ना तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच मंत्री पर लगे रेप के आरोप और सेक्स सीडी के सामने आने से मामले ने फिर तूल पकड़ लिया है. सियासी सरगर्मियों के बीच केजरीवाल को हर बात के लिए केंद्र सरकार को कोसने के बजाय अपनी पार्टी की कार्यशैली पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है. अन्ना की ताजा नाराजगी की भी यही ताकीद है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement