
आरुषि-हेमराज डबल मर्डर केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है. इसमें तलवार दंपति को बरी कर दिया गया है. 16 मई 2008 को आरुषि और हेमराज नोएडा के सेक्टर 25 में मृत पाए गए थे.
महीनों की इन्वेस्टिगेशन के बाद पुलिस, सीबीआई और गाजियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने आरुषि तलवार और हेमराज के डबल मर्डर केस में फैसला सुनाया था.
आरुषि मर्डर केस पर बनी फिल्म 'तलवार' का ट्रेलर रिलीज
इस फैसले के तहत आरुषि के माता-पिता नुपुर और राजेश तलवार को न सिर्फ आरुषि बल्कि उनके नौकर हेमराज की हत्या के अपराध में दोषी पाया गया और उम्र कैद की सजा सुनाई गई. हालांकि नुपुर और राजेश ने इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी. अब हाईकोर्ट ने अपने फैसले में उन्हें बरी कर दिया है.
इन बीते सालों के दौरान पूरे देश को सदमे में डाल देने वाले इस मसले को लेकर बॉलीवुड में फिल्में भी बनी हैं. ताजा फैसला इस घटना के नौ साल बाद आया है. इस दौरान फिल्ममेकर्स अपने तरीके से इस पूरे मामले की पड़ताल करने में पीछे नहीं रहे. इनमें सबसे मशहूर रहीं दो फिल्में. तलवार नाम से बनी एक फिल्म आई थी साल 2015 के अक्टूबर में. दूसरी फिल्म थी रहस्य, जो जनवरी 2015 में रिलीज हुई थी.
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दोनों ही फिल्मों में फिल्ममेकर की समझ के हिसाब से इस मामले को दिखाया गया. दोनों में से कोई भी फिल्म स्क्रीन पर किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी. दोनों ही फिल्मों में कत्ल की वारदात को रीक्रिएट करने की कोशिश की गई.
मेघना गुलजार के निर्देशन में बनी फिल्म तलवार ने इस मामले के कई बिंदुओं की तरफ ध्यान खींचा. इसमें इरफान खान और कोंकणा सेन शर्मा ने मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म में आरुषि के माता-पिता के एंगल से कई बातें दिखाई गईं. जिसमें इस मामले में चली जांच के दौरान राजेश और नुपुर तलवार के दर्द और तनाव को भी दिखाया गया था. फिल्म में इस केस की जांच कर रहे ऑफिसर अश्विन की भूमिका में इरफान का एक डायलॉग है- क्राइम सीन को मछली बाजार बनाके रखा है!
Film Review: 'तलवार' में धार है
इस फिल्म पर हुआ था केस
इनमें से दूसरी फिल्म रहस्य की चर्चा कम हुई और इसे भी मिले-जुले रिव्यू मिले. इसकी रिलीज से पहले तलवार दंपत्ति ने इस फिल्म के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया था. इसके बाद फिल्म के डायरेक्टर मनीष गुप्ता ने कहा था कि ये फिल्म एक सस्पेंस ड्रामा है, इसका सीधा संबंध दिल्ली की सच्ची घटना से नहीं है. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं कर सकी थी.