
असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) का आंकड़ा जारी होने के बाद देश की राजनीति गर्मा गई है. सड़क से लेकर संसद तक इस मुद्दे पर तीखी बहस हो रही है. गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रतिनिधिमंडल को असम के एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया गया, जिसके बाद से ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निशाने पर मोदी सरकार है. TMC के कई सांसद अभी असम के सिलचर एयरपोर्ट पर धरना दे रहे हैं.
टीएमसी ने इसी मुद्दे पर शुक्रवार को लोकसभा में असम DG और राज्य के गृह सचिव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव ला सकती है, उन्होंने इसके लिए नोटिस भी दे दिया है. उम्मीद जताई जा रही है कि शुक्रवार को भी संसद में इस मुद्दे पर काफी बवाल हो सकता है. टीएमसी के साथ-साथ पूरा विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधे हुए है.
दूसरी ओर NRC के मुद्दे पर ममता बनर्जी की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. गुरुवार को ही असम TMC के चीफ द्विपन पाठक ने ये कहकर इस्तीफा दे दिया कि NRC के बारे में ममता बनर्जी को ज्यादा नहीं पता है. उनके अलावा दो अन्य नेताओं ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया.
इस बीच गुरुवार को टीेएमसी का प्रतिनिधिमंडल पूरी रात को सिलचर एयरपोर्ट पर रुका रहा. शुक्रवार सुबह सभी कोलकाता के लिए वापस रवाना हुए. बताया जा रहा है कि ममता ठाकुर और अर्पिता घोष दोपहर को दिल्ली भी आ सकते हैं. एयरपोर्ट पर ही रात को रुकने के लिए टीएमसी सांसदों को दो कमरे दिए गए थे. (असम एयरपोर्ट पर टीएमसी प्रतिनिधिमंडल, फोटो क्रेडिट - मनोज्ञा लोइवाल)
TMC प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई धक्कामुक्की!
बता दें कि गुरुवार को असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के ड्राफ्ट को लेकर पनपे हालातों का जायजा लेने के लिए TMC का एक प्रतिनिधिमंडल असम पहुंचा था. लेकिन उन्हें सिलचल एयरपोर्ट के बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई थी. जिसके बाद टीएमसी ने आरोप लगाया था कि उनके 6 सांसद और 2 विधायकों के साथ एयरपोर्ट पर धक्कामुक्की की गई जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया.
ममता बोलीं- देश में लागू है सुपर इमरजेंसी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि बीजेपी के शासन में देश पर ‘सुपर इमरजेंसी’ थोप दी गई है. ममता बनर्जी ने यह प्रतिक्रिया असम के सिलचर एयरपोर्ट पर टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई धक्का-मुक्की पर दी है. ममता बनर्जी ने कहा, 'वे (टीएमसी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य) पीड़ितों से मिलने जा रहे थे, लेकिन उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया गया. एयरपोर्ट के अंदर उन्हें पुलिस ने पीटा. औरतों तक को नहीं बख्शा गया.