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बिहार चुनाव और दिलचस्प हो गया है. गठबंधनों में रूठने-मनाने के खेल के बीच तीसरे मोर्चे का ऐलान हो गया है. इसमें छह पार्टियां हैं. मुख्य तौर पर वे पार्टियां, जो अपने गठबंधनों में मनमुताबिक सीटें न मिलने पर खफा होकर बाहर चली गई थीं. पप्पू यादव ने समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव से हाथ मिला लिया है.
तीसरे मोर्चे में ये पार्टियां
इस तीसरे मोर्चे में समाजवादी पार्टी, समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक, एनसीपी, पप्पू यादव की जन अधिकार मोर्चा, नागमणि की समर्थ समाज पार्टी और बिहार में कभी लादेन बनकर घूमने वाले नूर मोहम्मद की पार्टियां हैं.
तारिक अनवर होंगे नेता
तीसरा मोर्चा एनसीपी के तारिक अनवर के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा. हालांकि अनवर को मोर्चे ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है.
अब और बंटेंगे वोट
अब तक राज्य में दो बड़े गठबंधनों के बीच सीधी लड़ाई थी. जेडीयू-आरजेडी और कांग्रेस के 'महागठबंधन' और एनडीए में. लेकिन अब इस महासमर में तीसरे मोर्चे के कूदने से जाहिर तौर पर वोट बंटेंगे. असदुद्दीन ओवैसी को पहले ही वोट कटुआ कहा जा रहा है.
SP और NCP थी खफा
मुलायम सिंह यादव महागठबंधन में अपने लिए पांच सीटें छोड़े जाने से नाराज थे. उन्होंने गुरुवार को ही नया मोर्चा बनाने का ऐलान किया था. वहीं, NCP के लिए महागठबंधन ने मात्र तीन सीटें छोड़ी थीं. हालांकि उसके अलग होने के बाद कांग्रेस, जेडीयू और आरजेडी तीनों ने एक-एक सीट बांट ली .