
याकूब मेमन की फांसी पर कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह और शशि थरूर की टिप्पणियों पर बीजेपी ने उनकी आलोचना की है. बीजेपी ने कहा कि इन नेताओं की टिप्पणी उन लोगों का अपमान है, जो आतंकवाद से छुटकारा पाना चाहते हैं.
बीजेपी ने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर किसी भी तरह की राजनीति खेदजनक है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिग्विजय सिंह की टिप्पणियों के लिए उन पर हमला बोलते हुए कहा, ‘न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल उठाने की कोशिश की जा रही है’. उन्होंने कहा कि दिग्विजय की कोशिश न्यायिक प्रक्रिया और राजनीति को एक ही लाइन में ला खड़ा करने की है. यह खेदजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्होंने फांसी के खिलाफ थरूर के ट्वीट्स को नजरअंदाज करने का फैसला किया है. कांग्रेस के सांसद ने इस फांसी को सरकार प्रायोजित हत्या करार दिया था. प्रसाद ने कहा कि वह दिग्विजय सिंह की टिप्पणियों से कहीं ज्यादा परेशान हैं, क्योंकि वह कांग्रेस के महासचिव हैं, 10 साल तक मुख्यमंत्री रहे हैं और पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ‘सलाहाकार’ हैं.
याकूब की फांसी पर कांग्रेस नेताओं के बयानों से भड़का विवाद
दरअसल, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने विवाद पैदा करते हुए कहा था कि याकूब मेमन मामले में दिखाई गई ‘तत्परता’ के बाद सरकार और न्यायपालिका की साख दांव पर है. दूसरी ओर उनकी पार्टी के सांसद शशि थरूर ने अपराध रोकने के लिए मृत्युदंड के औचित्य पर सवाल उठाया.
बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियां गैरजिम्मेदाराना और दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि उन लोगों ने न्याय प्रक्रिया पर सवाल उठाया है. बीजेपी ने मांग की है कि विपक्षी पार्टी इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करे.
दिग्विजय ने कहा, ‘याकूब मेमन को फांसी दी गई. सरकार और न्यायपालिका ने आतंक के एक आरोपी को सजा देने में अनुकरणीय तत्परता और प्रतिबद्धता दिखाई.’ उन्होंने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार और न्यायपालिका आतंकवाद के सभी मामलों में ऐसी ही अनुकरणीय तत्परता और प्रतिबद्धता दिखाएगी, चाहे आरोपी का कोई भी जाति व धर्म क्यों न हो.’
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘आतंकवाद के अन्य आरोपियों पर जिस तरह मामला चल रहा है, उसको लेकर मेरे मन में संदेह है. आइए देखते हैं क्या होता है. सरकार और न्यायपालिका की साख दांव पर है.’
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, ‘हमारी सरकार ने एक मनुष्य को फांसी दे दी. राज्य प्रायोजित हत्या ने हम सबको एक हत्यारे की श्रेणी में ला खड़ा किया है.’ हालांकि साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस मामले के गुण-दोष में नहीं जा रहे लेकिन सिद्धांतत: और व्यावहारिक तौर पर अपने देश में मृत्युदंड का विरोध करते हैं.
इनपुट: भाषा