
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान हुए सरकारी संपत्ति को नुकसान की भरपाई के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. सूबे की राजधानी लखनऊ के प्रभावित इलाकों में जिंदगी पटरी पर लौट रही है. अब पुलिस ने चिन्हित उपद्रवियों को कानूनी नोटिस भेजने के साथ ही गिरफ्तारी के लिए दबिश देनी भी शुरू कर दी है. दूसरी तरफ कानपुर में प्रमुख चौराहों पर उपद्रवियों के पोस्टर लगाने की तैयारी है.
प्रदर्शन कै दौरान 19 दिसंबर को जंग के मैदान में तब्दील हुए राजधानी के खदरा इलाके में हुई ताबड़तोड़ गिरफ्तारियों के बाद बड़ी संख्या में लोग घरों में ताला लगाकर इधर-उधर भागने को मजबूर हैं. जानकारी के मुताबिक एसडीएम कोर्ट की ओर से इस मामले में अब तक 82 लोगों को नोटिस भेजा गया है और पूछा है कि उनके खिलाफ संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के सबूत हैं तो क्यों ना उनसे इसकी वसूली की जाए.
इससे पहले पुलिस ने लगातार दबिश देकर गिरफ्तारियां की हैं. इलाके के लोग पुलिस पर ज्यादती के आरोप भी लगा रहे हैं. लोगो का कहना है कि बगैर सबूत के भी उनके घरों से लोग उठाए जा रहे हैं. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा था कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी और निर्दोष लोगों को परेशान नहीं किया जाएगा.
कानपुर में उपद्रवियों की तलाश शुरू
लखनऊ में कार्रवाई के बीच कानपुर में भी पुलिस ने वीडियो फुटेज के सहारे पहचान कर उपद्रवियों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है, तो साथ ही सीसीटीवी और स्मार्ट कैमरों के जरिए उन्हें चिन्हित कर उनकी तस्वीरों को सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा भी किया जा रहा है. इस संबंध में आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि शहर के सार्वजनिक स्थलों पर इनके पोस्टर लगा दिए जाएंगे. उन्होंने दावा किया कि शहर में पूरी तरह से शांति है. पुलिस हालात पर नजर रखने के साथ ही लोगों को एनआरसी के बारे में समझा भी रही है.
(कानपुर से रंजय सिंह के इनपुट के साथ)