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CBSE 12TH EXAM: आसान था अंग्रेजी का पेपर, यहां देखें- पूरा एनालिसिस

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की ओर से आयोजित बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई है. पहले दिन 12वीं कक्षा के छात्रों ने अंग्रेजी की परीक्षा में हिस्सा लिया. यह परीक्षा 10.30 बजे से 1.30 बजे के बीच आयोजित की गई थी.

फाइल फोटो फाइल फोटो
मोहित पारीक/रोशनी ठोकने
  • नई दिल्ली,
  • 05 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 5:04 PM IST

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की ओर से आयोजित बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई है. पहले दिन 12वीं कक्षा के छात्रों ने अंग्रेजी की परीक्षा में हिस्सा लिया. यह परीक्षा 10.30 बजे से 1.30 बजे के बीच आयोजित की गई थी. परीक्षा के बाद कई बच्चों का कहना है कि अंग्रेजी का पेपर ज्यादा कठिन नहीं था, लेकिन बहुत बड़ा था. नोएडा की एक स्कूल के विद्यार्थी ने बताया कि हम पहले इस बात को लेकर चिंतित थे कि पहला बोर्ड एग्जाम है, लेकिन यह पेपर अच्छा हुआ.

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पाठ्यक्रम के बाहर कुछ नहीं था

पेपर के बाद शिक्षकों और छात्रों का कहना है कि पेपर में पाठ्यक्रम के बाहर कुछ नहीं था और तय पैटर्न के आधार पर पेपर आया था. इसलिए बच्चों को सवालों के जवाब देने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई होगी. वहीं पेपर में सीधे सवाल पूछे गए थे.

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लिटरेचर सेक्शन के सवाल थे आसान

परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों के अनुसार लिटरेचर सेक्शन में सबसे आसान सवाल पूछे गए थे, जिसके अंक से परीक्षार्थी अपने दूसरे सेक्शन की भरपाई भी कर सकते हैं और अच्छे अंक हासिल कर सकते थे. वहीं परीक्षार्थियों को पेपर पढ़ने के लिए 15 मिनट का समय एक्स्ट्रा दिया गया था. परीक्षार्थियों को 10.15 बजे से 10.30 तक यह वक्त दिया गया था.

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टाइम टेबल से नाखुश विद्यार्थी

इंग्लिश का पेपर देकर निकले छात्र जितने खुश इस बात से थे की एक पेपर खत्म हो गया, उतनी ही चिंता उन्हें अगले पेपर की सता रही थी. दरअसल साइंस स्ट्रीम के छात्रों का अगला पेपर फिजिक्स का है जिसके लिए छात्रों को सिर्फ एक दिन का गैप मिला है. फ़िज़िक्स का पेपर 7 मार्च को होना है तो वहीं ह्यूमैनिटीज़ के भी तीन पेपर बैक टू बैक है. 5 अप्रैल को साइकोलॉजी, 6 अप्रैल को पॉलिटिकल साइंस, 7 अप्रैल को लीगल स्टडीज का पेपर है लिहाज़ा छात्रों को इन सबजेक्ट को लेकर थोड़ी घबराहट बनी हुई है.

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गौरतलब है कि बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं में देशभर से 28 लाख, 24 हजार, 734 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. बोर्ड ने डायबीटीज मरीजों को परीक्षा केंद्र पर अपने साथ खाद्य सामग्री ले जाने की अनुमति दी है. इस साल दसवीं की परीक्षा में 16 लाख, 38 हजार, 428 और बारहवीं की परीक्षा में 11 लाख, 86 हजार, 306 परीक्षार्थी बैठ रहे हैं.

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