
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बुधवार को कोरोना वायरस के डर के मद्देनजर कक्षा 10 और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को परीक्षा केंद्र में मास्क और हैंड सैनिटाइजर ले जाने की अनुमति दी है. कोरोना वायरस के प्रकोप का पता चलने के बाद स्कूलों में गंभीर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है. इसका इन्फेक्शन आगे न बढ़े, इसके लिए कई हिदायतें जारी की गई हैं.
सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बुधवार को कहा, 'परीक्षा केंद्र में छात्र फेस मास्क और सैनिटाइजर ले जा सकते हैं.' कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हुई हैं जो अभी चल रही हैं'.
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दूसरी ओर, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) ने बुधवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और सीबीएसई को कोरोना वायरस के खिलाफ बुनियादी सुरक्षा उपायों को लेकर छात्रों के बीच जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया. एचआरडी सचिव अमित खरे ने एक पत्र में कहा, 'जिन छात्रों को कोरोना वायरस के बारे में पता है वे अपने परिवार और समुदाय को एक नई दिशा दिखा सकते हैं.' केंद्र सरकार ने इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन नोवल कोरोना वायरस को रोकने और कम करने के लिए आम जनता के बीच जागरूकता फैलाना बेहद महत्वपूर्ण है.
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बता दें, कोरोना वायरस से पहले दिल्ली हिंसा को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 7 मार्च तक परीक्षाएं स्थगित कर दी थीं. इसी बीच कोरोना वायरस की खबर आ गई, जिसके बाद स्कूलों को एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है. शिक्षा महानिदेशालय की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक, उत्तर पूर्वी दिल्ली के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की वार्षिक परीक्षाओं को भी 7 मार्च तक के लिए टाल दिया गया है. दिल्ली सरकार ने यह फैसला स्कूली छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया. इससे पहले सीबीएसई ने हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में 28 फरवरी और 29 फरवरी को होने वाली परीक्षाएं टाल दीं. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के चलते सीबीएसई ने यह कदम उठाया.