
भारी स्कूल बैग से बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, इसी को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने अपने से जुड़े सभी स्कूलों को एडवाइजरी जारी की है. सीबीएसई ने छात्रों से समय सारिणी का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है. एडवाइजरी में कहा गया है कि छात्र हर रोज आवश्यक पाठ्य सामग्री लेकर ही स्कूल जाएं.
सीबीएसई ने इस संबंध में स्कूलों को भी सुझाव दिए हैं कि वे बच्चों को बतलाएं कि बैग का वजन कैसे कम रखा जा सके. इसे क्ला स में साझा करके या स्कूल असेंबली के दौरान दिखाकर भी बच्चों को समझा सकते हैं. बोर्ड ने क्लास 1 और 2 के बच्चों को स्कूल बैग नहीं ले जाने की सलाह दी है. 1 और 2 के बच्चों को होमवर्क से भी दूर रखा गया है.
सीबीएसई ने सुझाव दिया है कि स्कूल बैग का वजन उचित है या नहीं सुनिश्चित करने के लिए अचानक स्कूल बैग की जांच कर सकते हैं. साथ ही स्कूलों से कहा है कि छात्रों को अपने होमवर्क और कार्य को पूरा करने के लिए अलग से समय दिया जाए.
तमिलनाडु, केरल और दिल्ली जैसे कई राज्यों ने बस्ता को हल्का करने के लिए संशोधित पाठ्यपुस्तकों का उपयोग करने के विशेष दिशा निर्देश जारी किए हैं. कई निजी स्कूलों में भी स्मार्ट कक्षाओं और टेबलेट का उपयोग करने पर जोर दिया है. बोर्ड ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि भारी और कई-कई वोल्यूम वाली अनावश्यक सप्लीमेंटरी टेक्स्टबुक खरीदने के लिए बच्चों को बाध्य नहीं किया जाना चाहिए.