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केंद्र सरकार ने चेन्नई बाढ़ को माना ‘राष्ट्रीय आपदा’

केंद्र ने तमिलनाडु में हाल में आई बाढ़ को ‘गंभीर प्रकृति की आपदा’ घोषित किया है, वहीं दूसरी ओर द्रमुक सहित विपक्षी पार्टियों ने शहर को बर्बाद करने वाली मूसलाधार बारिश और बाढ़ से निपटने के तरीके को लेकर अन्नाद्रमुक सरकार पर निशाना साधा.

तमिलनाडु की बाढ़  ‘गंभीर प्रकृति की आपदा’ तमिलनाडु की बाढ़ ‘गंभीर प्रकृति की आपदा’
अकरम शकील
  • चेन्नई,
  • 11 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 4:22 AM IST

केंद्र ने तमिलनाडु में हाल में आई बाढ़ को ‘राष्ट्रीय आपदा’’ घोषित किया है, वहीं दूसरी ओर द्रमुक सहित विपक्षी पार्टियों ने शहर को बर्बाद करने वाली मूसलाधार बारिश और बाढ़ से निपटने के तरीके को लेकर अन्नाद्रमुक सरकार पर निशाना साधा. मुख्यमंत्री जे जयललिता ने कहा, ‘मेरे अनुरोध को स्वीकार करते हुए केंद्र सरकार ने बाढ़ और उससे हुए नुकसान को गंभीर प्रकृति की आपदा घोषित किया है.'

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मोदी से अनुरोध करने पर बाढ़ हुई ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित

जयललिता ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में पिछले सप्ताह अनुरोध किया था कि बाढ़ को ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित किया जाए, जिसके बाद यह घोषणा हुई है. उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ भारी बारिश के कारण आई बाढ़ पर हुई विस्तृत चर्चा को याद किया. तीन दिसंबर 2015 को मोदी ने चेन्नई और उसके आसपास के क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था.

जयललिता ने कहा कि संसद के सचिवालय ने सांसदों को अधिसूचना जारी की है कि वे बाढ़ प्रभावित जिलों में अपनी सांसद निधि से एक करोड़ रूपए कीमत तक के पुनर्निर्माण और पुनर्वास कार्यों की सिफारिश कर सकते हैं. अधिसूचना का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में केन्द्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय को मंजूरी पत्र भेजा जा सकता है.

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इनपुट- भाषा

 

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