Advertisement

बिखरा रहा विपक्ष और छात्रों ने संभाल ली नागरिकता कानून के विरोध की कमान

नागरिकता संशोधन कानून पर छात्र एकजुट हो गए हैं और विरोध प्रदर्शन की कमान भी संभाल ली है, लेकिन विपक्ष बिखरा हुआ है. नागरिकता संशोधन कानून पर संसद में भी विपक्षी दल पूरी तरह से एकजुट नहीं हो पाए.

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन (फाइल फोटो- PTI) नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन (फाइल फोटो- PTI)
राम कृष्ण
  • नई दिल्ली,
  • 18 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 10:21 AM IST

  • जामिया, AMU, इलाहाबाद समेत अन्य यूनिवर्सिटी के छात्र एकजुट
  • बीजेपी की रणनीति के चलते संसद में एकजुट नहीं हो पाया विपक्ष
  • संसद में CAA पर BJP को कई विपक्षी पार्टियों का भी समर्थन मिला

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों से लेकर उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इस कानून का सबसे ज्यादा विरोध छात्र कर रहे हैं. नागरिकता संशोधन कानून पर छात्र एकजुट हो गए हैं और इस विरोध प्रदर्शन की कमान भी संभाल ली है, लेकिन विपक्ष बिखरा हुआ है. संसद के दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन कानून को पास करने के दौरान भी विपक्षी दलों की एकजुटता देखने को नहीं मिली. सभी विपक्षी दल एकजुट होकर इसका विरोध नहीं कर पाए.

Advertisement

लोकसभा में देखने को मिला कि शिवसेना ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया, लेकिन बाद में अपनी रणनीति बदली. हालांकि इस दौरान शिवसेना ने विपक्षी दलों के साथ मिलकर राज्यसभा में नागरिकता कानून का विरोध करने की बजाय सदन से वॉकआउट करने का फैसला लिया. इसके अलावा AIADMK, बीजू जनता दल (BJD) और YSR कांग्रेस पार्टी ने नागरिकता संशोधन कानून पर मोदी सरकार का साथ दिया.

बीजेपी की रणनीति का ही नतीजा था कि विपक्षी दल चाहकर भी एकजुट नहीं हो पाए. विपक्षी एकजुटता की कमी की वजह से मोदी सरकार संसद के दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन कानून पारित कराने में सफल रही. जब संसद से नागरिकता संशोधन कानून पारित हो गया और राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई, तब छात्रों का विरोध प्रदर्शन तेज हुआ. इस दौरान दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, जेएनयू, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, मद्रास यूनिवर्सिटी समेत अन्य विश्वविद्यालय के छात्रों का जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला.

Advertisement

इतना ही नहीं, जब जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई की खबर आई, तो देश के विश्वविद्यालयों के छात्र संगठनों ने एकजुट होकर विरोध जताया. हालांकि अभी तक नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है.

इस मुद्दे पर विपक्षी दल बिखरे हुए नजर आ रहे हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कई गैर-बीजेपी शासित राज्यों ने नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने से भी इनकार किया. नागरिकता संशोधन कानून का सबसे ज्यादा विरोध असम, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

असम, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले हैं. दिल्ली के जामिया नगर, सीलमपुर और बृजपुरी के अलावा उत्तर प्रदेश के मऊ और अलीगढ़ में उग्र विरोध प्रदर्शन देखने को मिलें. इस दौरान दिल्ली, मऊ और अलीगढ़ में कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement