
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने कहा है कि इन दिनों LLB की पढ़ाई कर वकील बनना सबसे आसान है, ऐसे में हमें वकालत के पेशे में आनेवाले लोगों के लिए कुछ बेंचमार्क बनाने होंगे जैसा कि डॉक्टर्स, इंजीनियर्स और दूसरे प्रशासनिक पदों के लिए होता है.
कई गणमान्य सेमिनार में हुए शामिल
जस्टिस ठाकुर ये बातें शनिवार को रांची में वकीलों के लिए आयोजित सतत कानूनी शिक्षा और उसके लाभ विषयक राष्ट्रीय सेमिनार में कही. मुख्य न्यायाधीश इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे. इस सेमिनार में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एआर दवे, जस्टिस एके सिकरी, जस्टिस आर भानुमति और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा भी शामिल हुए.
ज्यूडिशियल अकादमी बनाने पर जोर
भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस टी एस ठाकुर ने देश भर में वकीलों और जजों के शिक्षा के लिए ज्यूडिशियल अकादमी बनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा है कि अच्छा वकील बनने के लिए कानून का अच्छा जानकार भी होना चाहिए. वकालत के पेशे में आई गिरावट पर टिप्पणी करते हुए चीफ जस्टिस ने मजाकिया लहजे में कहा कि कुछ लोग अपनी मैरिज वैल्यू बढ़ाने के लिए इस पेशे में आते हैं.
वकीलों को अपडेट रहने की जरुरत
चीफ जस्टिस ने कहा कि आम आदमी के लिए जस्टिस अफोर्डेबल और त्वरित हो ताकि उसे इसका लाभ मिल सके. इसके लिए वकीलों के साथ-साथ जजों को भी लगातार अपडेट रहने की जरुरत है. 'आज तक' से एक्सक्लूसिव बातचीत में मुख्य न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के साथ सरकार का रिश्ता वैसा ही है जैसा होना चाहिए.
जजों की कमी को लेकर बातचीत जारी
वहीं जजों के कमी के मामले में भावुक होने के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि समाधान तलाशा जा रहा है. कोई भी समस्या को सुलझने में समय लगता है. चीफ जस्टिस रविवार को देवघर में झारखंड हाई कोर्ट के गेस्ट हाउस का उद्घाटन करने के साथ-साथ भोले बाबा का दर्शन भी करेंगे.