
साल 2016 के बहुप्रतीक्षित शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो चुकी है. यह पुरस्कार कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस के पास गया है. वे अपने देश में शांति प्रक्रिया मामले में भी विवाद में रहे हैं. गौरतलब है कि उनका नाम इससे पहले शांति प्रक्रिया विवाद में भी आया था. इस डील को कोलंबिया की जनता ने नकार दिया था.
इस पुरस्कार की घोषणा करने वाली कमिटी का कहना है कि कोलंबिया की जनता ने भले ही उस शांति समझौते को नकारा हो लेकिन वे शांति के पक्ष में ही हैं. उनका इस पुरस्कार के लिए चुना जाना दुनिया के दूसरे नेताओं के लिए नजीर बनेगा. हालांकि उन्होंने इस पुरस्कार की चुनाव प्रक्रिया पर कोई कमेंट नहीं किया.
जुआन मैनुअल सैंटोस की जन्म 10 अगस्त 1951 को हुआ था और वे कोलंबिया के 32वें राष्ट्रपति हैं. वे साल 2010 से इस पद को सुशोभित कर रहे हैं. वे एक अर्थशास्त्री होने के साथ-साथ पत्रकार भी रहे हैं. वे कोलंबिया की प्रभावी सैंटोस परिवार से ताल्लुक रखते हैं.
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स सी की है पढ़ाई...
सैंटोस ने अपनी ग्रेजुएशन कंसास यूनिवर्सिटी से की है. जिसके बाद वे कोलंबिया के कॉफी फेडरेशन में आर्थिक सलाहकार और अंतर्राष्ट्रीय कॉफी ऑर्गनाइजेशन में डेलिगेट भी रह चुके हैं. वे लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस , लंदन से भी पढ़ाई कर चुके हैं.
विवादों से घिरे रहे हैं...
आज भले ही उनके नाम से साल 2016 का नोबेल शांति पुरस्कार घोषित हो गया हो लेकिन कोलंबिया में गोरिल्लाओं के साथ शांति समझौते में गड़बड़ी की वजह से उन्हें विवादों का सामना करना पड़ा था. इस समझौते को कोलंबिया की जनता ने नकार दिया था. वे अपने देश के रक्षा मंत्री का कार्यभार भी पूर्व में संभाल चुके हैं.