
बीजेपी और कांग्रेस बीच गुजरात चुनाव आते-आते सियासी घमासान भी तेज होता जा रहा है. इसी कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को बीजेपी पर चुनाव में काले धन के इस्तेमाल का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जहां-जहां केंद्र सरकार के मंत्री और नेता प्रचार के लिए जाते हैं, वहां बड़ी मात्रा में बेखौफ होकर कालेधन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए अहमदबाद में आनंद शर्मा ने कहा कि पीएम पद की गरिमा कम करना नरेंद्र मोदी की आदत हो गई है. उन्होंने कहा कि पीएम की खुद की शैली और भाषा आपत्तिजनक है, ऐसे में हमारे लिए उन्हें जवाब देना मुश्किल है. पूर्व वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने वह देश के प्रधानमंत्री हैं बीजेपी के प्रधानमंत्री नहीं, उनसे उम्मीद की जाती है कि वो सच बोले, लेकिन वो हमेशा झूठ बोलते हैं.
जीएसटी पर की वादाखिलाफी
कांग्रेस नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि ऊंची आवाज़ में बोलने प्रधानमंत्री बहादुर नहीं बन जाते, बल्कि वो बेनक़ाब हो रहे हैं इसलिये संसद सत्र नहीं बुला रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जीएसटी को लेकर एक ही राज्य के मुख्यमंत्री ने विरोध किया था वो थे गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, जब जीएसटी का बिल आया तो वो अपनी बात से पलट गये है. कांग्रेस ने कहा था 18 फीसद से ज़्यादा जीएसटी नहीं लगना चाहिए, साथ ही 3 महीने के ट्रायल रन की बात भी कही गई थी. लेकिन सरकार ने वादाखिलाफी की है और यही मुद्दा हम सदन में उठाना चाहते हैं.
रोजगार के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि तीन साल में मोदी सरकार को 7 करोड़ रोज़गार पैदा करने चाहिए थे लेकिन 7 लाख युवाओं को रोज़गार नहीं मिल सका है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उनकी सरकार पर आरोप न लगाने की धमकी देते हैं तो ऐसा लगता है कि वो कोई तानाशाह हैं जिसेसे सवाल नहीं पूछे जा सकते.
गुजराती नेताओं पर सवाल
गुजरात में बीजेपी के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि यहां विजय रूपाणी पर सवाल उठे, आनंदी बेन पटेल की बेटी की ज़मीन को लेकर सवाल उठे, अमित शाह के बेटे की कंपनी के मुनाफ़ा पर हम सवाल क्यों नही करेंगे. उन्होंने कहा कि यह कौन सी ईमानदारी का पैमाना है. पीएम मोदी गुजरात की जनता को बताएं कि भारत की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है, फिर भी दुनिया में अपना मजाक उड़ाते हैं कि हम सब से आगे हैं.
राफेल डील पर निशाना
राफेल डील को लेकर भी कांग्रेस ने केंद्र पर निशाना साधा. शर्मा ने कहा कि दो सरकारों के बीच सौदे को लेकर पहले ही बात हो गयी थी. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले राफेल का करार साइन किया गया था. 126 जहाज़ लेने थे, जिसमें 18 रेडी टू फ्लाई के लिये थे, टेक्नोलोजी भारत सरकार को आनी थी. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक भारत की सेना ने पहले भी किया थी. लेकिन मोदी सरकार आने के बाद और ज्यादा जवान शहीद हो रहे हैं.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि राहुल गांधी को बताना चाहिए कि उन्होंने क्यों कहा कि लश्कर हिंदू आतंकवाद से भी कम खतरनाक है. 26/11 के हमले के बाद भी उन्हें लगता था कि लश्कर-ए-तैयबा खतरनाक नहीं है. उन्होंने कहा कि राहुल ने सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सवाल उठाया, उन्होंने 'खून की सौदागरी' का आरोप लगाया था.