
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद बीजेपी से निलंबित किए गए सांसद कीर्ति आजाद डीडीसीए में भी रहेंगे या नहीं, इस पर शनिवार को फैसला होना था, लेकिन डीडीसीए वर्किंग कमेटी की बैठक को अनिश्चित समय के लिए टाल दिया गया है. फैसले से पहले बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अगर कीर्ति को डीडीसीए से निकाला गया तो हम कोर्ट जाएंगे और सब कुछ बाहर आ जाएगा.
इस बीच, बीजेपी से निलंबन के मुद्दे पर कीर्ति आजाद ने पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है. इससे पहले उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को भी पत्र लिखकर पार्टी विरोधी गतिविधियों का सबूत मांगा था.
पहले से थी मीटिंग टलने की संभावना
डीडीसीए के कार्यकारी अध्यक्ष चेतन चौहान ने बताया था कि वर्किंग कमेटी की बैठक शनिवार को होनी है. सूत्रों के मुताबिक यह बैठक टलने की संभावना पहले से ही थी क्योंकि शुक्रवार तक चेतन जयपुर में थे और वह इस मामले में सोमवार को लीगल ओपिनियन चाहते हैं. इसके बाद ही वह मामले में कोई कार्रवाई करने का फैसला करना चाहते हैं. वह किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते.
बेदी और खन्ना पर भी फैसला
इस बैठक में कीर्ति के साथ बिशन सिंह बेदी और सुरिंदर खन्ना के खिलाफ भी कार्रवाई की उम्मीद थी. ये दोनों ही कीर्ति के आरोपों पर उनका साथ देते रहे हैं. कीर्ति ने आरोप लगाया था कि जेटली के कार्यकाल में डीडीसीए में भारी वित्तीय गड़बड़ी हुई है. इसके बाद ही उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. जेटली 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे.