
दिल्ली महिला आयोग राजधानी की महिलाओं को हर तरह से सुरक्षित महसूस करवाने के लिए अपनी नई पहल में जुटा हुआ है. जिसके मद्देनजर दिल्ली के हर जिले में वन स्टॉप सेंटर खोलने के प्रस्ताव रखे गए हैं. इन वन स्टॉप सेंटर्स को दिल्ली महिला आयोग चलाएगा.
पिछले महीने केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच उनके कैंप ऑफिस पर हुई मीटिंग में यह निर्णय लिया गया. दिल्ली के सभी 11 जिलों में यह वन स्टॉप सेंटर खुलेंगे. जिसकी फंडिंग केंद्रीय महिला एंव बाल विकास मंत्रालय द्वारा की जाएगी. दिल्ली महिला आयोग ने इस संबंध में केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को अपना प्रस्ताव भेज दिया है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने बताया कि इन वन स्टॉप सेंटर में बलात्कार, छेड़छाड़, दहेज उत्पीड़न आदि पीड़ित महिलाओं को मेडिकल, लीगल, साइकोलॉजिकल आदि सुविधाएं दी जाएंगी. केंद्र सरकार की वन स्टॉप सेंटर खोलने की योजना को लेकर दिल्ली सीएम आवास पर मुख्यमंत्री केजरीवाल और केंद्रीय मंत्री मेनका जी के बीच मीटिंग हुई थी जिसमें वन स्टॉप सेंटर खोलने और उन्हें चलाने की जिम्मेदारी दिल्ली महिला आयोग को देने का निर्णय लिया गया.
दिल्ली महिला आयोग का मानना है कि ये वन स्टॉप सेंटर दिल्ली महिला आयोग की क्राइसिस इंटरवेंशन सेल(सीआईसी), रेप क्राइसिस सेल(आरसीसी) के विस्तार का काम करेंगे. महिला सुरक्षा दिल्ली में बहुत बड़ा विषय है और ऐसे में दिल्ली महिला आयोग वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से और अधिक महिलाओं तक पहुंचेगा और उनकी सहायता करेगा.