
क्या कोई अपने बिस्तर के नीचे लाश रख कर उस पर सो सकता है? क्या कोई किसी लाश के साथ एक ही कमरे में घंटों बंद रह सकता है? खाना पका सकता है? टीवी देख सकता है? ये तमाम सवाल बेहद अजीब हैं. लेकिन दिल्ली के एक प्रेम त्रिकोण में कत्ल की कहानी कुछ ऐसी ही है. एक ऐसा लव में जिसमें एक जोड़े ने मिल कर पहले एक लड़की का कत्ल किया और फिर उसकी लाश के साथ पूरे 36 घंटे गुजारे.
कत्ल की हैरान करने वाली कहानी
सवा अरब की आबादी वाले अपने मुल्क में हर रोज अमूमन सौ लोगों का कत्ल होता है. लेकिन कत्ल की ऐसी कहानी आम तौर पर देखने को नहीं मिलती. एक ऐसी कहानी जिसमें कत्ल के बाद कातिल लाश के साथ एक ही कमरे में पूरे 36 घंटे तक रहे. उसी लाश के साथ सोए, उसी लाश के साथ जगे, उसी लाश के खाना पकाए और उसी लाश के साथ खाना भी खाए.
बोरे में बंद मिली थी लड़की की लाश
इस रौंगटे खड़े करनेवाली कहानी की शुरुआत शुक्रवार 29 जुलाई को हुई. जब रात के अंधेरे में पूर्वी दिल्ली के शकरपुर इलाके की इस गली में कोई बंद बोरे में एक लाश फेंक गया. सुबह हुई तो गली के बीच पड़ी इस बोरी को देख कर लोगों को अनहोनी का अंदाजा लगाते देर नहीं लगी, फिर तो फौरन पुलिस का इत्तिला दी गई और अगले चंद मिनटों में पुलिस भी मौका-ए-वारदात पर मौजूद थी, ये एक लड़की की लाश थी.
लाश की पहचान में हुई दिक्कत
लेकिन चूंकि ये मामला ब्लाइंड मर्डर का था. पुलिस ने लाश की पहचान पता करने से ही तफ्तीश की शुरुआत करने का फैसला किया. लेकिन दिक्कत ये थी कि कातिलों ने लाश का चेहरा बुरी तरह कुचल रखा था. ऐसे में लाश की पहचान मुमकिन नहीं थी. लिहाजा, कोई और सुराग मिलने तक पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने का फैसला कर लिया. अब दिल्ली पुलिस की अलग-अलग टीमें एक साथ कई थ्योरीज पर काम करने लगी. पुलिस की एक टीम लड़की की पहचान पता करने में लगी थी, जबकि बाकी टीमें अपने खुफिया सूत्रों की मदद से कातिलों का पता लगा रही थी. लेकिन इसी दौरान पुलिस को उस इलाके में कई ऐसे मकानों का पता चला, जहां रहने वाले लोग इस लाश के मिलने के आसपास के दिनों से ही अपने-अपने घरों से बाहर गए हुए थे.
किराये के मकान में रहती थी लड़की
ऐसे में पुलिस ने फौरन इन तमाम लोगों का वेरीफिकेशन शुरू किया. इस कोशिश में पुलिस को बाकियों का तो पता चल गया, लेकिन पास ही एक मकान में रहनेवाले एक जोड़े के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं थी. ये जोड़ा एक किराए के मकान में रहता था. जो इत्तेफाक से उसी 29 जुलाई से गायब था, जिस रोज सुबह गली में लाश पड़ी मिली थी, तो क्या इस लाश और कत्ल के पीछे यही जोड़ा था? जाहिर है, इस सवाल का जवाब जानने के लिए इस कपल तक पहुंचना जरूरी था.
आरोपियों ने गुनाह कबूला
अब पुलिस ने मकान मालिक से पूछताछ की और जल्द ही वहां रहने वाले जोड़े की पहचान हो गई. ये जोड़ा फिरोज और उसकी गर्लफ्रेंड सुमन उर्फ पूजा था. फिरोज होटल में काम करता था, जबकि उसकी गर्लफ्रेंड सुमन एक वेटरेस और डांसर थी. अब पुलिस ने सारी ताकत इन दोनों को ढूंढने में झोंक दी और इस कोशिश का फायदा भी हुआ, जल्द ही पूर्वी दिल्ली से पुलिस ने फिरोज और सुमन को पकड़ लिया. लेकिन इससे पहले कि पुलिस दोनों से कड़ी पूछताछ करती, दोनों ने कत्ल में अपना हाथ होने की बात कुबूल कर ली.