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यौन उत्पीड़न में फंसे पचौरी से दिल्ली पुलिस ने की पूछताछ

दिल्ली पुलिस ने टेरी के पूर्व निदेशक आरके पचौरी से बुधवार को यौन उत्पीड़न की शिकायत के मामले में पूछताछ की जो कि एक महिला रिसर्च एनालिस्ट ने उनके खिलाफ दर्ज कराई है.

टेरी के पूर्व निदेशक आरके पचौरी (फाइल फोटो) टेरी के पूर्व निदेशक आरके पचौरी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2015,
  • अपडेटेड 12:25 AM IST

दिल्ली पुलिस ने टेरी के पूर्व निदेशक आरके पचौरी से बुधवार को यौन उत्पीड़न की शिकायत के मामले में पूछताछ की जो कि एक महिला रिसर्च एनालिस्ट ने उनके खिलाफ दर्ज कराई है.

सूत्रों ने बताया कि 74 वर्षीय पचौरी से उनके गोल्फ लिंक आवास पर पुलिस की तीन सदस्यीय टीम ने पूछताछ की. टीम ने उनसे करीब 50 प्रश्न पूछे जो कि उन पर रिसर्च एनालिस्ट की ओर से लगाए गए आरोपों के विभिन्न पहलुओं से संबंधित थे.

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एक सूत्र ने सवालों पर पचौरी के जवाबों की जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा, ‘उनसे उनके इस दावों के बारे में विशेष प्रश्न पूछे गए कि पीड़िता को आपत्तिजनक संदेश भेजने के लिए किसी ने उनके विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट को हैक कर लिया था.’ जांचकर्ताओं ने पचौरी के मोबाइल और लैपटाप को पहले फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है जो उन्होंने पुलिस को सौंपे थे क्योंकि उन्होंने दावा किया है कि वह हैकिंग के पीड़ित हैं और उनके कम्प्यूटर संसाधनों का दुरूपयोग किया गया. उन्होंने इस संबंध में एक पुलिस शिकायत भी दर्ज कराई है.

फिर से हो सकती है पूछताछ
जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पचौरी से पूछताछ अभी भी पूरी नहीं हुई है और वे उनसे फिर से पूछताछ कर सकते हैं.  उन्होंने कहा, ‘अगली पूछताछ शुक्रवार को हो सकती है.’ 21 मई को एक स्थानीय अदालत ने पचौरी को उनके कार्यालय में प्रवेश की इजाजत देने से इनकार कर दिया था. अदालत ने इसके साथ ही उनके खिलाफ जारी जांच की धीमी प्रगति का उल्लेख किया था और पुलिस से कहा था कि वह जांच 17 जुलाई तक पूरी करे.

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पचौरी की ओर से एक प्रेस नोट भी जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि इंटरनल कंप्लेन कमिटी की रिपोर्ट पर ट्रिब्यूनल कड़कड़डूमा कोर्ट ने स्टे लगा दिया है और वो पुलिस को पूरी तरह से कोऑपरेट कर रहे हैं.

क्या है मामला?
केस दर्ज कराने वाली 29 साल की महिला टेरी में बतौर रिसर्च एनालिस्ट काम करती है. उसके मुताबिक, सितंबर 2013 में नौकरी शुरू करने के साथ ही उसे एसएमएस और वॉट्सऐप के जरिए मैसेज, ईमेल और हाथ से लिखे अनुचित नोट्स अक्सर भेजे जाते रहे. आरके पचौरी ने पर्यावरण के खतरों पर उल्लेखनीय काम किया है. पचौरी को नोबल पुरस्कार भी मिल चुका है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

- इनपुट भाषा

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