
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को हुए कई धमाकों में 25 लोगों की मौत हो गई, जिसमें दो भारतीय शामिल हैं. ये धमाके ऐसे समय में हुए हैं, जब कुछ ही दिन पहले अमेरिका ने तालिबान के खिलाफ हवाई हमले बढ़ाने के लिए अमेरिकी सेना के अधिकार के विस्तार की घोषणा की थी.
शवों को भारत लाने की कोशिश में जुटा विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, ‘हमें पता चला है कि काबुल में हुए विस्फोट में दो भारतीयों, देहरादून के गोविंद सिंह और गणेश थापा की त्रासदीपूर्ण मौत हो गई.’ उन्होंने कहा, ‘सरकार भारतीय नागरिकों के परिवारों के संपर्क में है और उनके शवों को जल्द से जल्द भारत लाने के लिए अफगान सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है.’
तालिबान ने ली धमाकों की जिम्मेदारी
पहला हमला उस समय हुआ, जब एक तालिबानी आत्मघाती हमलावर ने काबुल में विदेशी सुरक्षा कर्मियों को ले जा ही एक मिनीबस पर जलालाबाद की ओर जाने वाली मुख्य सड़क के पास हमला किया. तालिबान ने दक्षिणी काबुल में हुए एक दूसरे छोटे विस्फोट की भी जिम्मेदारी ली है, जबकि तीसरा विस्फोट दूरस्थ बदख्शान प्रांत के एक बाजार में हुआ. बता दें कि, इससे पहले विस्फोट में काबुल स्थित कनाडाई दूतावास के लिए काम कर रहे 14 नेपाली सुरक्षा कर्मियों की भी मौत हो गई है.