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बाड़मेर: खाप का फरमान, लड़कियां न रखें मोबाइल

राजस्थान के बाड़मेर की खाप पंचायत ने एक फरमान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि लड़कियां मोबाइल फोन और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करेंगी. साथ ही महिलाओं को जींस पहनने के लिए भी मना किया गया है और विवाहित महिलाओं को धोती पहनने का आदेश दिया गया है.

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aajtak.in
  • जैसलमेर,
  • 02 जुलाई 2015,
  • अपडेटेड 8:42 AM IST

राजस्थान के बाड़मेर की खाप पंचायत ने एक फरमान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि लड़कियां मोबाइल फोन और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करेंगी. साथ ही महिलाओं को जींस पहनने के लिए भी मना किया गया है और विवाहित महिलाओं को धोती पहनने का आदेश दिया गया है.

आधुनिक भारत की उलट तस्वीर
एक तरफ जहां पूरा विश्व तकनीक के क्षेत्र में आ रही क्रांति का गवाह बन रहा है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर में हाई स्पीड इंटरनेट के लिए डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट लॉन्च किया है. दूसरी तरफ भारत में कई ऐसे गांव और इलाके हैं जहां तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ना जरा भी महत्वपूर्ण नहीं समझा जाता है. रूढ़िवादी सोच इतनी कट्टर है कि ऐसे क्षेत्रो में मोबाइल और सोशल मीडिया का कोई अस्तित्व ही नहीं है.

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आधुनिक युग में भी राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत रूढ़िवादिता से भरे फरमान सुनाती है. बाड़मेर जिले के कनाना गांव में 12 खेड़ा के चौधरी समुदाय के पंचों ने ये फैसला सुनाया है जिसपर चर्चा जारी है.

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