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टॉयलेट बनाने के लिए हो रही थी खुदाई, निकले सोने के सिक्के

छत्तीसगढ़ में सिमगा ब्लॉक के ग्राम धोबनी में 5वीं-छठी शताब्दी के सोने के तीन दुर्लभ सिक्के मिले हैं. ये सिक्के स्कूल में शौचालय निर्माण के लिए खोदे जा रहे गड्ढे की खुदाई में मिले हैं.

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aajtak.in
  • रायपुर/सिमगा,
  • 19 जुलाई 2015,
  • अपडेटेड 7:53 AM IST

छत्तीसगढ़ में सिमगा ब्लॉक के ग्राम धोबनी में 5वीं-छठी शताब्दी के सोने के तीन दुर्लभ सिक्के मिले हैं. ये सिक्के स्कूल में शौचालय निर्माण के लिए खोदे जा रहे गड्ढे की खुदाई में मिले हैं.

सिक्के मिलने की सूचना तुरंत ही प्रधानाध्यापक और शिक्षकों को दी गई जिसके बाद पुरातत्व विभाग ने धोबनी पहुंचकर सिक्कों का निरीक्षण किया और पाया कि सिक्कों में गरुड़ की आकृति और शंख चक्र बना हुआ है. पुरातत्वविदों ने इन सिक्कों को 5वीं-6वीं शताब्दी का बताया है.

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दो मजदूरों को मिले हैं सिक्के
ग्राम धोबनी सिमगा ब्लॉक के कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा का आश्रित ग्राम है. यहां के प्राइमरी स्कूल में शौचालय निर्माण के लिए गड्ढे की खुदाई में लगे भोलाराम और परसदास को सोने के सिक्के मिले.

पुरातत्व विभाग के उपसंचालक जीआर भगत ने ग्राम धोबनी का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि कुल तीन सिक्के प्राप्त हुए हैं. सिक्के सिरभपुरी राजवंश के हैं. सिक्कों पर गरुड़ की आकृति और शंख चक्र बना हुआ है.

पुरातत्व विभाग के संचालक राकेश चतुवेर्दी का इस मामले में कहना है कि धोबनी में मिले तीन सिक्कों से छत्तीसगढ़ के इतिहास संबंधी और भी जानकारियां मिल सकती हैं.

- इनपुट IANS

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