
गुजरात में विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं हैं और गाय पर सियासत गरमा रही है. राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने कहा है कि उनकी सरकार ऐसे लोगों पर कोई रहम नहीं करेगी जिनके मन में गाय को लेकर दया नहीं है.
'विश्वास का प्रतीक है गाय'
एक जनसभा में रुपानी ने कहा, 'गाय हमारी माता है. ये हमारे विश्वास का प्रतीक है. गुजरात देश का पहला राज्य है जहां गाय की हत्या करने पर उम्रकैद की सजा मिलेगी.' रुपानी का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब यूपी समेत बीजेपी की सरकारों वाले कई राज्यों में कत्लखानों पर नकेल कसी जा रही है और गोरक्षा के नाम पर हिंसा की वारदातें बढ़ रही हैं.
'दूध की नदियां बहने दो'
रुपानी का कहना था कि गोवंश के जानवर गांवों में कमाई का अहम जरिया हैं. अपने संबोधन में वो बोले, 'गुजरात में घी और दूध की नदियां बहने दो. हमने गिर और कांकरेज जैसी गाय की प्रजातियों को बढ़ावा देने का फैसला किया है. ताकि जर्सी प्रजाति पर निर्भरता कम की जा सके.'
'किसानों की भलाई के लिए बनाया कानून'
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उन्होंने गोरक्षा कानून को किसानों के हितों के मद्देनजर कड़ा किया है. इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी. दो हफ्ते पहले गुजरात विधानसभा ने गोहत्या कानून में संशोधन किया था. अब राज्य में गाय की हत्या करने वालों को उम्रकैद होगी. गाय की तस्करी के जुर्म की सजा को बढ़ाकर 10 साल किया गया है. ये आरोप साबित होने पर दोषियों पर 1 लाख से 5 लाख तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
छत्तीसगढ़ के सीएम ने भी दिया था बयान
पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा था कि उनकी सरकार गाय की हत्या करने वालों को फांसी पर लटका देगी. उन्होंने याद दिलाया था कि उनके राज में गोहत्या का एक भी मामला सामने नहीं आया है.