Advertisement

कांग्रेस नेताओं ने शुरू किया हार पर मंथन- संगठन मजबूत करने पर बल

कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि परिणाम साबित करते हैं कि कांग्रेस को शहरी क्षेत्रों में संगठन को मजबूती बनाने की जरूरत है. बीजेपी गुजरात में केवल शहरी क्षेत्रों में जीती है.

कांग्रेस नेता कमलनाथ कांग्रेस नेता कमलनाथ
दिनेश अग्रहरि/अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 18 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 3:05 PM IST

गुजरात और हिमाचल में कांग्रेस की हार पर कांग्रेस के नेताओं ने मंथन करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी दावा कर थी कि उनकी डेढ़ सौ सीटें आएंगी, लेकिन बीजेपी की सीटें उससे कम आई हैं. हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि कांग्रेस का संगठन कमजोर था.

चुनाव नतीजे आने के बाद कमलनाथ ने कहा, 'गुजरात बीजेपी का गढ़ है, प्रधानमंत्री का गृह क्षेत्र है. इसमें बीजेपी की टैली में गिरावट आई है. यह साबित करता है कि देश में क्या हालात हैं. जो भी बड़े-बड़े दावे बीजेपी कर रही थी, विकास का, विभिन्न योजनाओं का, सब पर सवाल खड़े हो गए हैं. किसी के ऊपर विश्वास नहीं है.

Advertisement

शहरों में संगठन कमजोर

कमलनाथ ने कहा, 'मैं मानता हूं कि कांग्रेसी कमजोर थी, खासकर शहरी क्षेत्र में. हमारा संगठन शहरी क्षेत्र में कमजोर था. यह परिणाम साबित करते हैं कि कांग्रेस को शहरी क्षेत्रों में संगठन को मजबूती बनाने की जरूरत है. बीजेपी गुजरात में केवल शहरी क्षेत्रों में जीती है.'

राहुल के नेतृत्व पर सवाल नहीं

राहुल की अध्यक्षता में पहली हार पर कमलनाथ ने कहा, 'मैं नहीं मानता हूं कि ऐसा हुआ है, लेकिन हमारे संगठन में कुछ काम करने की जरूरत है. गुजरात में हमारा संगठन मजबूत नहीं था, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी के सीटों की संख्या कम हुई है.

 फिर EVM राग

मुंबई कांग्रेस के प्रमुख संजय निरूपम ने फिर से EVM का राग अलापा है. उन्होंने दावा किया कि गुजरात में भाजपा की जीत राज्य के लोगों के कारण नहीं बल्कि ईवीएम के कारण हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन भारतीय लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा हैं.

Advertisement

गुजरात में कांग्रेस पार्टी प्रभारी अशोक गहलोत ने भी कहा कि चुनाव का परिणाम चाहे कुछ भी रहे, लेकिन देश की जनता ये मान रही है कि जीत कांग्रेस की ही मानी जाएगी. उन्होंने कहा कि ईवीएम को लेकर जो आशंका है, उसे दूर करना जरूरी है. उन्होंने ये भी कहा कि आगे से सभी चुनाव बैलेट पेपर से हों.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement