
जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में कुछ दिनों पहले जिस स्कूली छात्रा से कथित तौर पर छेड़छाड़ के बाद राज्य में जबरदस्त अशांति का माहौल है, अब उसके परिवार ने नए आरोप लगाए हैं. परिवारवालों का कहना है कि लड़की पर दबाव बनाकर उसका वह बयान लिया गया था जिसमें उसने छेड़छाड़ के लिए सुरक्षाबलों को जिम्मेदार नहीं ठहराया था. इसके साथ ही परिवार ने कोर्ट पहुंचकर मामले की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है.
हफ्ते की शुरुआत से जारी है बवाल
इस हफ्ते की शुरुआत में इस छात्रा से एक जवान द्वारा छेड़छाड़ किए जाने का मामला सामने आया था. इसी के बाद से पूरे कश्मीर में जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इनमें अभी तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हुए हैं. बाद में इस लड़की का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह सेना के जवान द्वारा छेड़छाड़ की बात से इनकार कर रही थी.
अकेले में बयान दर्ज करने का आरोप लगाया
पीड़ित लड़की की मां ने कहा, 'मेरी बेटी सिर्फ 16 साल की है और जब उसका बयान दर्ज किया गया था तब वह पुलिस स्टेशन में अकेली थी. पुलिस ने वह बयान देने के लिए उस पर दबाव बनाया था.'
हिरासत के अवैध बताया
एक सिविल सोसायटी समूह ने छात्रा के परिवार के लिए शनिवार को ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था, लेकिन पुलिस की तरफ से इसकी इजाजत नहीं दी गई. मीडिया से बात करते हुए लड़की की मां ने आरोप लगाया कि पुलिस ने परिवार को बताए बिना उनकी बेटी को हिरासत में लिया था और उसका चेहरा ढके बिना उसका वीडियो स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया और उसकी पहचान जाहिर कर दी.
जवान पर लगाया था आरोप
लड़की की मां ने कहा, ‘मंगलवार को लड़की जब स्कूल से घर लौट रही थी तो वह बाथरूम गई. सेना के एक जवान ने उसका पीछा किया. जब उसने बाथरूम में सेना के जवान को देखा तो उसने शोर मचा दिया, जिससे पास के दुकानदार एकत्र हो गए. घटनास्थल पर पुलिसकर्मी भी आ गए और सेना का जवान भाग गया.’ मां ने कहा, ‘उसे (लड़की को) तब हमारी जानकारी के बिना थाने ले जाया गया.’ उसने कहा, ‘हमने अदालत से संपर्क किया है और घटना की स्वतंत्र जांच की मांग की है. हम पुलिस या सेना, जिन्होंने यह किया है, से जांच नहीं चाहते.’
हाई कोर्ट ने पुलिस से किए सवाल
इस बीच, जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय ने शनिवार को राज्य पुलिस से पूछा कि उसने किस कानून के तहत उस नाबालिग लड़की को हिरासत में लिया जिसका गत मंगलवार को कथित रूप से एक सैनिक ने हंदवाड़ा में यौन उत्पीड़न किया था.
हिंसक प्रदर्शन में अबतक 5 की मौत
इस घटना की वजह से शुरू हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में पांच लोग मारे गए हैं. राज्य के तमाम संगठन विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. शुक्रवार को हंदवारा में प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद सुरक्षाबलों ने फायरिंग की थी जिसमें 11वीं का एक छात्र मारा गया था जबकि 3 लोग घायल हो गए थे.
लड़की की मां की याचिका पर सुनवाई
16 साल की लड़की की मां ताज बेगम ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर अपनी बेटी और दो दूसरे परिजनों की पुलिस की ‘अवैध हिरासत’ से रिहाई की मांग की. ताज के वकील परवेज इमरोज ने यह जानकारी दी.