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पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हार्ट ऑफ एशिया का बुधवार को इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन हुआ. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस मौके पर कहा कि अफगानिस्तान उनके लिए पड़ोसी से बढ़कर है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद सभी देशों के लिए एक दुश्मन की तरह है और इसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी मुल्कों के साथ रिश्ते मजबूत बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.
सभी देशों के सहयोग से निकलेगा समाधान
नवाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान की जनता और सरकार दोनों आतंकवाद के खिलाफ लड़ रही हैं. उन्होंने कहा, 'आतंकवाद और उग्रवाद सभी के दुश्मन हैं. सभी को एक साथ इनसे लड़ना चाहिए. क्षेत्रीय स्तर पर आतंकवाद से लड़ने के लिए पाकिस्तान सरकार सुरक्षा मानकों पर विचार कर रही है.' उन्होंने यह भी कहा कि अलग-अलग देशों के विदेश मंत्री और प्रतिनिधि मंडल के सहयोग से सभी देश एक साझा उपाय पर विचार करेंगे.
'भारत अफगानिस्तान के साथ खड़ा है'
सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि अफगानिस्तान को सहयोग के लिए हम तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान चुनौतियों का सामना कर रहा है और उसे इससे निकालना और वहां शांति और खुशहाली लाना सबके हित में है. सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत इस काम में अफगानिस्तान के साथ खड़ा है.
'अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है असर'
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि अफगानिस्तान में आर्थिक और सुरक्षा संकट के साथ ही बेरोजगारी की समस्या भी बढ़ी है. अफगानिस्तान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बीते सालों में हुए करीब सात युद्धों में शामिल रहा है. इसका असर देश की अर्थव्यस्था पर पड़ा है.
सम्मेलन के दौरान पीएम नवाज शरीफ और भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मुलाकात भी हुई.
सम्मेलन में विश्वास बहाली के कई उपायों की मदद से क्षेत्रीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा. प्रक्रिया आतंकवाद, गरीबी और चरमपंथ समेत आम खतरों का मुकाबला करने के लिए अफगानिस्तान और उसके पड़ोसी देशों के बीच समन्वय बढ़ाएगा. इस सम्मेलन में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.
सरताज अजीज से मिलीं सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज से मंगलवार रात डिनर पर मुलाकात की. दोनों नेता बहुत गर्मजोशी से मिले. मंत्री स्तर के सम्मेलन के एजेंडे को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को यहां हार्ट ऑफ एशिया इस्तांबुल प्रक्रिया बैठक शुरू हुई. आज सुषमा स्वराज नवाज शरीफ से मिलेंगी साथ ही विदेशी मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी.
ये है हार्ट ऑफ एशिया का उद्देश्य
हार्ट ऑफ एशिया प्रक्रिया 2011 में अफगानिस्तान और तुर्की की पहल पर गठित हुई थी. इस साल हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस में कुल 14 देश शामिल हो रहे हैं. प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य अफगानिस्तान और इस क्षेत्र में दीर्घकालिक शांति और स्थायित्व और साथ ही प्रगति और विकास को बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय सहयोग और संपर्क को बढ़ाना है.