
रफ्तार के लिए स्विंग से समझौता करने पर आलोचना झेलने के बाद टीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने एक बड़बोला बयान दे डाला है. उन्होंने इस दौरान यहां तक कह डाला कि वो दूसरे गेंदबाजों से अधिक स्विंग करा सकते हैं. भुवनेश्वर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में 41 रन देकर तीन विकेट लिए जिसकी बदौलत भारत ने 22 रन से जीत दर्ज की.
‘कोई गेंद स्विंग करा सकता है, तो वो मैं हूं’
भुवनेश्वर कुमार ने बीसीसीआई टीवी से कहा, ‘मेरा मानना है कि मैं गेंद को अभी भी स्विंग करा सकता हूं लेकिन एक गेंदबाज को ऐसे हालात चाहिए जो स्विंग गेंदबाजी में मदद करे. यदि कोई गेंद को स्विंग करा सकता है तो वह मैं हूं. मेरा मानना है कि मैं दूसरे गेंदबाजों से अधिक स्विंग करा सकता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे हालांकि हालात से भी मदद की जरूरत होती है. मैंने जान बूझकर अपनी गेंद में रफ्तार डालने की कोशिश नहीं की है. यह समय के साथ हो गया है. इस साल भुवनेश्वर को अधिक मौके नहीं मिले लेकिन उसका मानना था कि पहला मौका मिलते ही वह फार्म में लौटेगा.’
उन्होंने कहा, ‘इस समय मुझे अपनी गेंदबाजी को लेकर पूरा आत्मविश्वास है. एक गेंदबाज के तौर पर कई बार आपको विकेट नहीं मिलते लेकिन मेरे दिमाग में यह कभी नहीं आया कि मेरा आत्मविश्वास कम हो रहा है. यदि आपको खुद पर भरोसा है तो आपको विकेट जरूर मिलेंगे.’
भुवनेश्वर ने कहा, ‘मुझे पारी की शुरुआत में विकेट नहीं मिले लेकिन हमें पता था कि यदि शुरुआती झटके दिए जाएं तो दक्षिण अफ्रीका लक्ष्य का पीछा नहीं कर सकेगा. मुझे विकेट लेने का यकीन था. यह संयम बरतने और अच्छी गेंदबाजी करने की बात थी.’
‘धोनी की कप्तानी में खेलना मेरा सौभाग्य’
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाबाद 92 रन के बारे में उन्होंने कहा, ‘जब एमएस धोनी वह पारी खेलकर ड्रेसिंग रूम में आए तो काफी सकारात्मकता लेकर आए थे. एक टीम के तौर पर हमें यकीन था कि हम इस स्कोर पर जीत दर्ज कर सकते हैं. हमें पता था कि मैच जीतने के लिए हमें अच्छी गेंदबाजी करनी होगी.’
उन्होंने कहा, ‘यह पहली बार नहीं है जब कप्तान ने मोर्चे से अगुवाई की. वह कई साल से ऐसा करते आए हैं और कठिन हालात में टीम को संकट से निकाला है. वह अच्छा स्कोर बनाकर जीत सुनिश्चित करते हैं. आपको ऐसा बल्लेबाज चाहिए जो लंबी पारी खेलकर पुछल्ले बल्लेबाजों को भी भरोसा दे. हम खुशकिस्मत हैं कि उनकी कप्तानी में खेल रहे हैं और उनसे बहुत कुछ सीख रहे हैं.’