
फिल्म 'मसान' में अपनी शानदार परफॉर्मेंस की वजह से चर्चा में आईं एक्ट्रेस श्वेता त्रिपाठी ने फेयरनेस क्रीम का एड कभी ना करने की बात कही. उनका कहना है कि वह इंडस्ट्री में अच्छा काम करना चाहती हैं. श्वेता जल्द ही नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ फिल्म 'हरामखोर' में दिखेंगी. आजतक से खास बातचीत में श्वेता ने अपने बारे में कई दिलचस्प बातें बताईं.
फिल्म 'मसान' से आपकी जिंदगी में कोई बदलाव आया है?
मैं एक्टिंग से बहुत प्यार करती हूं. लोग बस अब नाम जान गए हैं. बाकी कुछ ज्यादा नहीं बदला है.
किस तरह से 'मसान' मिली आपको?
मुझे फिल्में तो करनी ही थी, इंडस्ट्री में किसी को नहीं जानती थी, टीवी पर डिस्नी का एक शो किया, फिर कास्टिंग में गई, एड शूट भी किया, प्ले प्रोड्यूस किए, कास्टिंग के दौरान एक फिल्म में अस्सिटेंट डायरेक्टर का काम भी किया जिसे अनुराग कश्यप ने लाइन प्रोड्यूस किया था. तो उसके बाद मैं अनुराग कश्यप के ऑफिस जाकर रहने लगी और मुझे नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ 'हरामखोर' और नीरज घेवान की 'मसान' मिली. दोनों डायरेक्टर्स ने मेरे लिए यह किरदार लिखे.
कान फिल्म फेस्टिवल के लिए जब 'मसान' सेलेक्ट हुई, तो लग रहा था कि फिल्म अवॉर्ड जीत पाएगी?
एक सुबह मैं उठी और नीरज का मैसेज आया की हम कान फिल्म फेस्टिवल में सेलेक्ट हो गए. मैं इतनी खुश हो गई थी कि सब कुछ अजीब सा लग रहा था. एक बार जब हम कान फेस्टिवल में गए तो सपना पूरा हो गया. बहुत ही अद्भुत अनुभव था.
क्या वापस से टीवी करेंगी?
नहीं, डिज्नी के साथ काम किया था, लेकिन टीवी पर चीजें जल्द ही पुरानी हो जाती हैं, तो सिर्फ पैसे के लिए ही मैं टीवी नहीं करुंगी.
कहते हैं पैसा अच्छे-अच्छों को बदल देता है.
देखिए मैं अच्छे काम का इन्तजार करुंगी, फेयरनेस क्रीम का एड जैसे काम मैं कभी नहीं करुंगी. भले ही थोड़ा इन्तजार करना पड़े लेकिन अच्छा काम ही करुंगी.
'मसान' के बाद माता-पिता का क्या रिएक्शन था?
मेरे पिता आईएस अफसर हैं, मां टीचर हैं, पिछले आठ साल से मुंबई में अकेले हूं. घर वाले दिल्ली में हैं. उन्होंने कहा कि एक्टिंग के सिवा कुछ और कर लो. अब घरवालों से काफी सपोर्ट है. 'मसान' के बाद घरवाले काफी गर्व महसूस करते हैं और शादी के लिए भी कोई दबाव नहीं रहा.
टाइप कास्ट हो जाने से डर लगता है?
जी बिल्कुल. जैसे मेरा ड्रीम रोल है कि मैं माफिया क्वीन का रोल करूं. अब 'मसान' के बाद 'हरामखोर' कर रही हूं, और उसके बाद कुछ अलग ही करुंगी. तो टाइप कास्ट हो जाने से डर तो लगता ही है.
अपने बारे में बताएं?
दिल्ली की लड़की हूं, मुंबई आकर मैगजीन के लिए काम किया, थिएटर किया, डायरेक्टर के साथ काम किया. मुझे एक्टिंग ही करनी थी. फिर मैंने ट्रेलर डिपार्टमेंट में काम करना शुरू किया, फिर एड शूट करती थी, फिर डिस्नी के शो के लिए काम आया और मैंने किया उसके बाद फिल्म्स करने लगी.
बॉलीवुड के किसी खान की आप दीवानी हैं?
बॉलीवुड के सभी खान के साथ काम करना चाहती हूं. आमिर की अलग स्टाइल है, सलमान और शाहरुख के साथ भी काम करने में काफी अच्छा लगेगा. साथ ही सैफ अली खान की 'एक हसीना थी' फिल्म भी काफी अच्छी लगी थी.
क्या कभी आइटम सांग करेंगी?
जहां भी किसिंग या सेक्स के सीन को फिल्म बेचने के लिए प्रयोग किया जाएगा, तो मैं वैसी फिल्में नहीं करुंगी. मैं कुछ ऐसा नहीं करना चाहूंगी जिससे मेरे माता-पिता सवाल उठाएं.
अगर स्क्रिप्ट डिमांड करे तो क्या आप ओन स्क्रीन न्यूडिटी पर जाएंगी?
वो डायरेक्टर पर निर्भर करता है, अगर 'बैंडिट क्वीन' जैसी फिल्म है तो जरूर करुंगी. अगर सही वजह होगी तो जरूर करुंगी.