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राजस्थान में भारी बारिश की रेड वार्निंग, गंगा के मैदानी इलाकों में भी अलर्ट

मौसम विभाग ने राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका को देखते हुए पूर्वी राजस्थान में अगले तीन दिनों के लिए मूसलाधार बारिश की रेड वार्निंग जारी की है.

भारी बारिश से कई शहरों में जनजीवन अस्त व्यस्त भारी बारिश से कई शहरों में जनजीवन अस्त व्यस्त
केशव कुमार/सिद्धार्थ तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 09 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 7:22 PM IST

मौसम विभाग ने राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका को देखते हुए पूर्वी राजस्थान में अगले तीन दिनों के लिए मूसलाधार बारिश की रेड वार्निंग जारी की है. साथ ही पश्चिमी राजस्थान में भीषण बारिश के पूर्वानुमान के साथ अगले पांच दिनों के लिए रेड वार्निंग जारी कर दी है.

दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में बाढ़ की हालत
मौसम विभाग की रेड वार्निंग चेतावनी का सबसे ऊंचा स्तर है. इसका मतलब है कि प्रशासनिक अमले को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए. पिछले दो तीन दिनों से दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के तमाम इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है.

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जयपुर में कम दबाव का क्षेत्र
राजस्थान में चित्तौड़गढ़, उदयपुर, बरन, कोटा और सवाई माधोपुर में पिछले 48 घंटों से मूसलाधार बारिश का सिलसिला चल रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान में मूसलाधार बारिश के पीछे एक कम दबाव का क्षेत्र है जो इस समय जयपुर के पास ठहरा हुआ है. ऐसा अनुमान है कि अगले तीन दिनों तक ये जयपुर के आसपास ही बना रहेगा.

बहुत भारी बारिश की आशंका
मानसून के अक्ष पर बना ये कम दबाव का क्षेत्र नम हवाओं को अपनी तरफ खींचकर ऊपर उछाल दे रहा है. इससे कम दबाव के क्षेत्र के ऊपर घने बादलों का जमावड़ा बना हुआ है. खास बात ये है कि कम दबाव के क्षेत्र के दक्षिणी हिस्से में बहुत भारी बारिश होने की आशंका ज्यादा रहती है.

मूसलाधार बारिश का सिलसिला
इस वजह से जयपुर के दक्षिण में राजस्थान के तमाम इलाकों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला अभी जारी रहेगा. इस वेदर सिस्टम के पश्चिम दिशा में खिसकने के साथ ही पश्चिम राजस्थान के तमाम इलाकों में अगले पांच दिनों तक बहुत भारी बारिश की आशंका प्रबल हो गई है.

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पूर्वी भारत में भी मानसून की तेजी
जहां एक तरफ शुष्क मौसम के लिए मशहूर राजस्थान पानी-पानी हुआ जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में एक दूसरा कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 से 48 घंटों में ये वेदर सिस्टम एक डिप्रेशन में तब्दील हो जाएगा. इससे पूर्वी भारत में मानसून की बारिश में तेजी आएगी.

गंगा के मैदानी इलाकों में भी रेड वार्निंग
इन्हीं आशंका के मद्देनजर मौसम विभाग ने उड़ीसा, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाके और झारखंड में मूसलाधार बारिश के लिए रेड वार्निंग जारी कर दी है. ऐसा अनुमान है कि अगले तीन दिनों तक उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में झमाझम बारिश का सिलसिला देखा जाएगा. इसी के साथ छत्तीसगढ़ में मध्यम से भारी बारिश की पूरी संभावना भी जताई जा रही है.

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