
जम्मू-कश्मीर के डीएसपी (निलंबित) देवेंद्र सिंह के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने आज बुधवार को कई जगहों पर छापेमारी की. एनआईए की टीम आज श्रीनगर के इंदिरा नगर स्थित देवेंद्र के घर पर पहुंची और वहां पर छापेमारी की.
एनआईए ने इंदिरा नगर स्थित देवेंद्र के घर के अलावा गुलशन नगर इलाके में भी छापेमारी की. इसके साथ ही देवेंद्र सिंह और अन्य आरोपियों को कस्टडी में लेने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.
हालांकि, एनआईए के सीनियर अफसर आज ही दिल्ली वापस लौट रहे हैं, लेकिन 5 लोगों की टीम अभी कश्मीर में रहेगी और मामले की जांच करेगी.
पिछले हफ्ते पकड़े गए आरोपी
एनआईए की ओर से इंदिरा नगर में यह छापेमारी 57 साल के देवेंद्र सिंह की गिरफ्तारी से करीब एक हफ्ते बाद की गई है. देवेंद्र को दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों के साथ यात्रा करते हुए पकड़ा गया और गिरफ्तार किया गया. हालांकि गिरफ्तारी के बाद उन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस से निलंबित भी कर दिया गया. 2018 में उन्हें वीरता पदक से सम्मानित किया गया था.
एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) के कुछ वरिष्ठ अधिकारी आज ही नई दिल्ली लौट आएंगे, लेकिन जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम कश्मीर में रहेगी.
एनआईए देवेंद्र सिंह और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी समूहों और पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के साथ-साथ पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई के साथ संदिग्ध संबंधों की जांच कर रही है.
आतंकवादियों से सांठगांठ का आरोप
देवेंद्र सिंह पर आरोप है कि उन्होंने आतंकवादियों को भारत के भीतर सुरक्षित रूप से यात्रा करने में मदद की और एक पत्र जिसमें अफजल गुरु ने उन्हें 2001 में संसद पर हमले के लिए जोड़ा था, को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. अधिकारी उसके बैंक हस्तांतरण की भी जांच कर रहे हैं.
सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि पुलिस और आतंकवादियों के बीच सांठगांठ देवेंद्र सिंह तक सीमित नहीं थी. देवेंद्र सिंह को पिछले हफ्ते आतंकवादियों नवीद बाबू और आतिफ और एक वकील इरफान मीर के साथ गिरफ्तार किया गया था. इन तीनों को दक्षिण कश्मीर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर काजीगुंड के पास कार में यात्रा करते समय उन्हें हथियारों और गोला-बारूद के साथ पकड़ा गया था.