एनकाउंटर के बाद घाटी में अब भी तनाव, अलगाववादियों ने बुलाया है बंद

एनकाउंटर की इतनी बड़ी घटना के अगले दिन इलाके में कई जगह अभी भी धारा 144 लागू है. श्रीनगर, शोपियां, पुलवामा और कुलगाम में स्थिति नाजुक बनी हुई है. वहीं घाटी में इंटरनेट की सेवा पर भी रोक लगाई गई है.

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घाटी में अभी भी है तनाव की स्थिति (फोटो- AP) घाटी में अभी भी है तनाव की स्थिति (फोटो- AP)

अशरफ वानी / शुजा उल हक

  • श्रीनगर,
  • 02 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 9:41 AM IST

जम्मू-कश्मीर में रविवार को हुए सबसे बड़े एनकाउंटर के कारण अभी भी वहां पर तनाव की स्थिति बनी हुई है. रविवार को मुठभेड़ में 12 आतंकी मारे गए थे. जिसके बाद आज (सोमवार) को अलगाववादियों ने कश्मीर बंद बुलाया है.

एनकाउंटर की इतनी बड़ी घटना के अगले दिन इलाके में कई जगह अभी भी धारा 144 लागू है. श्रीनगर, शोपियां, पुलवामा और कुलगाम में स्थिति नाजुक बनी हुई है. वहीं घाटी में इंटरनेट की सेवा पर भी रोक लगाई गई है. दक्षिण कश्मीर में अलगाववादियों के बंद के कारण स्कूल, कॉलेज भी बंद हैं.

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आपको बता दें कि रविवार को शोपियां में 11 आतंकी मारे गए थे, वहीं अनंतनाग में एक आतंकी ढेर किया गया था. इस ऑपरेशन में 3 जवान शहीद हुए थे. एनकाउंटर के बाद साउथ और सेंट्रल कश्मीर में काफी तनाव हुआ था. इस तनाव में 5 नागरिकों की मौत हुई थी, वहीं 50 से अधिक घायल हुए थे.

लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या का बदला

शोपियां का एनकाउंटर पिछले दस साल का सबसे बड़ा एनकाउंटर और सबसे बड़ी कामयाबी मानी जा रही है क्योंकि इसमें वो आतंकवादी भी निकले, जिनका देश और कश्मीर के हीरो शहीद लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या में हाथ था. 11 महीने बाद देश ने अपने बेटे उमर फयाज की हत्या का बदला ले लिया.

पहले सरेंडर कराने की हुई कोशिश

बताया जा रहा है कि पहले एक आतंकी के परिवार ने उसे सरेंडर करने के लिए मनाने की कोशिश की थी. जिसके बाद उसने खुद को सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया और उसे हिरासत में ले लिया गया. वहीं, दूसरे आतंकी ने सुरक्षाबलों की अपील नहीं मानी और वो फायरिंग करता रहा. जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की और आतंकी को ढेर कर दिया. इसे पिछले एक दशक का सबसे बड़ा एनकाउंटर माना जा रहा है.

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