
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच दोनों देशों के सिने स्टार और क्रिकेटर भी आपस में भिड़ते नजर आ रहे हैं. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट स्टार जावेद मियांदाद ने भारत के खिलाफ जहर उलगा तो बीजेपी सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने पलटवार किया और जमकर हमला बोला. आज तक के साथ खास बातचीत में कीर्ति आजाद ने जावेद मियांदाद पर जमकर निशाना साधा.
सवाल: कीर्ति आजाद जी, जावेद मियांदाद ने कहा है कि पाकिस्तान का बच्चा-बच्चा भारत के खिलाफ शाहदत देने के लिए तैयार है ?
कीर्ति आजाद , शाहदत दे उसे किसने मना किया है. जो हालात हैं पाकिस्तान देख रहा है.जो मार इन्होंने 65 और 71 में खाई, फिर करगिल पिटे. अभी घर में घुसकर मारा. क्या कीजिएगा बदजुबान आदमी है, इसकी बदजुबानी क्रिकेट के मैदान में भी चलती थी. सड़क छाप आदमी है और दिमाग से भी ढीला भी है. भारत सरकार को उसे बुला कर रांची या आगरा के मेंटल हॉस्पिटल में इसका इलाज कराना चाहिए. सड़क पर अगर कोई भौंकता रहेगा उसके पीछे थोड़ी न आप जाएंगे. क्रिकेट के मैदान में भी वही करता था, अब भी वही करता है, खरबूजे का असर हुआ है, खरबूजे को देख कर खरबूजा रंग बदलता है. इसे कुछ भी कहना का कोई फायदा नहीं है. लातों के भूत बातों से मानते नहीं हैं
सवाल: कीर्ति जी, उसका कहना कि हम भारत के गीदड़भभकियों से डरने वाले नहीं हैं हम सब तैयार हैं भारत के खिलाफ लड़ने के लिए ?
कीर्ति आजाद, तो फिर पूरी तरीके से लड़ाई क्यों नहीं लड़ते हो. छुटपुट लोगों को क्यों भेजते हो, सामने आ जाओ और ऐसे लोगों को क्या मुंह लगाना. मेरी समझ में नहीं आता. ये मुंह लगाने के लायक ही नहीं है. तोतलापन छोड़े अपने बचपना छोड़े. बकरा कटता हैं कसाई, उसका कैरक्टर क्या है. न तो पढ़ा लिखा है ना उसके पास दिमाग है. दाऊद का असर तो होगा तो खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता ही है.
सवाल: केजरीवाल भी पाकिस्तान में हीरो बने हुए है. तमाम मीडिया में क्योंकि केजरीवाल का कहना है कि, पाकिस्तान को सबूत दे दो. जो वह मांग रहा है सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर ?
कृति आजाद ने कहा कि केजरीवाल को इस बात को मानना चाहिए. जब सरकार यह कह रही है कि हमारे पास सबूत हैं, हमें सेना पर भरोसा होना चाहिए और यह बात बिल्कुल ठीक नहीं है. अनुचित बात है, इसकी नींदा होनी चाहिए.एक तरफ तो वह कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने अच्छा काम किया है, और दूसरी तरफ कहते हैं सबूत दे दे, अरे भारतीय सेना कह रही है, उसके पास सबूत है.