
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने झारखंड में नई सरकार बनाने के लिए आज मंगलवार रात दावा पेश कर दिया है. हेमंत सोरेन इससे पहले बाबूलाल मरांडी से मिलने उनके आवास पहुंचे थे.
राज्य में नई सरकार के गठन से पहले हेमंत सोरेन और बाबूलाल मरांडी के बीच राज्य की राजनीति पर भी चर्चा हुई. बाबूलाल मरांडी की जेवीएम के 3 जीते हुए विधायक झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार को अपना समर्थन देंगे.
CM रघुवर दास भी चुनाव हारे
पूर्व मुख्यमंत्री और जेवीएम के नेता बाबूलाल मरांडी ने पहले ही हेमंत सोरेन को समर्थन देने का ऐलान कर रखा है.
झारखंड विधानसभा चुनाव में सोमवार को आए परिणाम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ी हार मिली. मुख्यमंत्री रघुवर दास भी अपनी विधानसभा सीट गंवा बैठे. मतगणना के दौरान पार्टी की हार को देखते हुए रघुवर दास ने सोमवार शाम को ही अपना इस्तीफा राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया था.
राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाले 3 दलों के गठबंधन ने 47 सीट हासिल कर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया. चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चो को 30, कांग्रेस को 16 और आरजेडी को 1 सीट मिली. जबकि सत्तारुढ़ बीजेपी को 25 के अलावा जेवीएम को 3 और आजसू को 2 सीटें हासिल हुई.
कब होगा शपथ ग्रहण
हेमंत सोरेन ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद बताया कि 29 दिसंबर को वह झारखंड के सीएम पद की शपथ लेंगे. झारखंड में नियमों के मुताबिक राज्य में मुख्यमंत्री समेत 12 मंत्री शपथ ले सकते हैं. हेमंत ने राज्यपाल के पास 50 विधायकों के समर्थन का दावा पेश किया है.
सूत्रों के मुताबिक गठबंधन के तहत कांग्रेस को 5 सीटें और स्पीकर का पोस्ट दिया जा सकता है. जबकि आरजेडी को मंत्रिमंडल में एक सीट मिल सकती है, वहीं शेष 6 मंत्रियों का पद झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) अपने पास रख सकती है.