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JNU हिंसा: दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जुटे छात्र, किया विरोध प्रदर्शन

दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में कुछ नकाबपोश लोगों ने हॉस्टल के भीतर छात्रों को निशाना बनाया जिसमें कई छात्र गंभीर रूप से जख्मी हैं. इस हिंसा के खिलाफ छात्र दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जुट गए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

पुलिस मुख्यालय के बाहर लोगों का विरोध प्रदर्शन (तस्वीर-PTI) पुलिस मुख्यालय के बाहर लोगों का विरोध प्रदर्शन (तस्वीर-PTI)
aajtak.in
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  • 05 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:57 PM IST

  • JNU कैंपस में हॉस्टल के भीतर छात्रों से मारपीट
  • हिंसा के खिलाफ पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर प्रदर्शन

दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में कुछ नकाबपोश लोगों ने हिंसा की वारदात को अंजाम दिया. जिसके बाद मामला गर्माता ही जा रहा है. अब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हमले के खिलाफ छात्र दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जुट गए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

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जेएनयू विवाद पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी संज्ञान ले लिया है. अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की है, साथ ही घटना का विस्तृत ब्यौरा मांगा है. गृह मंत्रालय सूत्रों दावा है कि अमित शाह ने जेएनयू मामले पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की है, साथ ही पुलिस विभाग को निर्देश दिया है कि आईजी लेवल की एक अधिकारी की कमेटी बनाकर जल्द ही गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी जाए.

विश्वविद्यालय कैंपस में नकाबपोश हमलावरों ने छात्रों को पीटा और कैंपस के भीतर बुरी तरह से तोड़फोड़ की. हिंसा के बाद ये जाहिर है कि हमलावर पूरी तैयारी के साथ आए थे . हमलावरों में कुछ लड़कियां भी देखी गई हैं. कैंपस के भीतर छात्रों ने जो वीडियोज शेयर किए हैं, उसमें साफ दिख रहा है कि हमलावर पूरी तैयारी के साथ आए थे.

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नकाब पहन आए हमलावर

जेएनयूएसयू ने दावा किया कि साबरमती और अन्य हॉस्टल में एबीवीपी ने प्रवेश कर छात्रों की पिटाई की. एबीवीपी ने पथराव और तोड़फोड़ भी की. हालांकि तोड़फोड़ करने वाले लोगों ने नकाब पहना हुआ था. जेएनयू में हुई हिंसा में घायल हुए छात्रों को इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया है.

हिंसा में मूकदर्शक बनी रही पुलिस

दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हिंसा के बाद प्रदर्शनकारियों ने मीडिया पर भी हमला किया. इस हमले में आजतक के रिपोर्टर अशुतोष मिश्रा और कैमरामैन के साथ धक्का मुक्की को अंजाम दिया गया. इतना ही नहीं मीडिया को घटना की कवरेज से भी रोका जा रहा है. इस दौरान दिल्ली पुलिस भी वहां मौजूद थी लेकिन मीडिया पर हमले के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही.

कैंपस में मौजूद है पुलिस

जेएनयू प्रशासन ने कहा है कि शरारती तत्वों से निपटने के लिए कदम उठा लिए गए हैं. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को बुलाया गया है. साथ ही जेएनयू ने छात्रों को धैर्य बनाए रखने और अलर्ट पर रहने के लिए कहा है. लोगों का कहना है कि किस तरह से इतनी सुरक्षा व्यवस्था होने के बाद भी कैसे लोग कैंपस में घुसे और मारपीट की जबकि कैंपस में मीडिया तक को एंट्री जल्दी नहीं मिल पाती है.

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छात्र संघ अध्यक्ष भी घायल

छात्रों के साथ ऐसी मारपीट हुई है, कि कई गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं. जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) ने दावा किया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने हिंसा को अंजाम दिया है. जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू ) अध्यक्ष आइशी घोष पर भी हमला किया गया. इस हमले में आइशी घोष के सिर में गंभीर चोट आई है.

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