
कश्मीर यात्रा से लौटने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि घाटी में लॉकडाउन अमानवीय है. उन्होंने कहा कि घाटी में सभी के कारोबार ठप पड़े हैं. उन्होंने कहा कि धार्मिक और टूरिस्ट स्थलों पर कारोबार 90 फीसदी कम हो गया है.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि स्कूल और कॉलेज या तो बंद पड़े हैं या फिर जो खुले हैं वहां पर स्टूडेंट्स पढ़ने नहीं जा रहे हैं." उन्होंने कहा कि उन्हें 15 में से सिर्फ 2 जगह जाने की इजाजत मिली.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर जाने की इजाजत मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया है. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जो मज़दूर तबका है, उनका संघर्ष देखने कश्मीर गया था. सरकार ने प्रयास किया कि लोग मुझसे न मिल पाएं. अपने घर भी जाने की इजाजत मुझे दूसरे दिन मिली. 15 में से सिर्फ 2 जगह मुझे ले जाया गया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि जहां सब ठीक था, वहां मुझे भेजा. गेस्ट हाउस पर इतनी सुरक्षा थी कि दरवाजे पर खड़े लोगों को वापस भेज दिया गया. बड़े-बड़े सीआईडी के कैमरे लगे थे. कई लोगों ने मैसेज भेजा कि हम नहीं आ रहे, वरना हमें भगा दिया जाएगा.
अनंतनाग की रिपोर्ट
मुझे किसी के घर में रुकाया गया. मुहल्ले में कड़ी सुरक्षी बरती गई . दरवाजे तक सुरक्षा दी गई थी. जो मुझसे मिल रहा था उसकी भी रिकॉर्डिंग की जा रही थी.
बारामुला की रिपोर्ट
4 दिन बाद हम बारामुला पहुंचे, गेस्ट हाउस में रुके. कई जगह हमें जाने नहीं दिया, जिसका नाम सुप्रीम कोर्ट को उन लोगों का नाम सौंपा जाएगा. डर के मारे उनके नाम नहीं दूंगा, कोर्ट को उनका नाम बताऊंगा, जो भूख से मर रहे हैं.
जम्मू के नेताओं पर टिप्पणी करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि रूलिंग पार्टी के नेता डर की वजह से चुप हैं. घाटी में कुछ भी ठीक नहीं है. रूलिंग पार्टी के लोग केंद्र के डर से नहीं बोल रहे हैं, वे भी परेशान हैं.
CJI रंजन गोगोई बोले- अभी अयोध्या केस की सुनवाई जारी, कश्मीर के लिए टाइम नहीं