
लखनऊ लिटरेरी फेस्टिवल में शुक्रवार को जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बतौर गेस्ट बुलाने पर जमकर हंगामा हुआ. शीरोज हैंगआउट में आयोजित हुए इस इवेंट में कन्हैया का विरोध करते हुए एबीवीपी और हिंदू युवा वाहिनी सदस्यों ने ''भारतमाता की जय, देश का गद्दार और मुर्दाबाद'' के नारे लगाए. साथ ही आरोप है कि एबीवीपी के सदस्यों ने कन्हैया के साथ धक्का मुक्की भी की. सूत्रों के अनुसार इसके बाद शीरोज के सदस्यों और कार्यक्रम के आयोजकों को आगे आकर कन्हैया का बचाव करना पड़ा और माहौल को शांत करवाना पड़ा.
वहीं विरोध के बावजूद कन्हैया कुमार ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया. कन्हैया ने मंच से कहा कि 18 राज्यो में आपकी सरकार है, आप किसी आदमी को बोलने से रोक रहे है, जो सही नहीं है. प्रधानमंत्री की तरह मंच को सेल्फी खींचने का मंच मत बनाइए. मैं स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से हूं. मुझे कोई इतनी जल्दी नहीं हरा सकता है.
विरोध करने वाले लोगों का कहना था कि साहित्य के प्रोग्राम मे कन्हैया कुमार का क्या काम है. उन्होंने कन्हैया कुमार वापस जाओ के नारे लगाए. वहीं दोनों पक्षों के बीच विवाद की वजह से अफरातफरी का माहौल बन गया.
इस दौरान पुलिस कार्रवाई के बाद ही प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण किया जा सका. कन्हैया कार्यक्रम में अपनी किताब बिहार से तिहाड़ का विमोचन करने आए थे.