
महाराष्ट्र और हरियाणा की सत्ता के लिए चल रही जोर आजमाइश के बीच चुनाव प्रचार थम गया है. शनिवार की शाम पांच बजे प्रचार थमने तक सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी कांग्रेस ने भी पूरी ताकत झोंक दी. जनता 21 अक्टूबर को उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद करेगी.
प्रचार थमने के बाद अब गैर जिलों या प्रदेशों से चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे नेताओं ने जिला छोड़ दिया है. प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी ने हरियाणा, जबकि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र में चुनावी रैलियों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने हरियाणा की धरती पर पिछली सरकारों में हुई धांधलियों के साथ ही नाम लिए बगैर प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े जमीन के मामले का भी उल्लेख कर डाला. पीएम ने सैनिकों के साथ ही पुलिसकर्मियों को भी साधने की कोशिश की, तो आम हरियाणवी किसान को भी.
हरियाणा की 90 सीटों के लिए मतदान
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. प्रदेश की 90 सीटों से 1168 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. बीजेपी ने इस दफे 70 पार का नारा देकर आक्रामक प्रचार किया, जबकि सत्ता में वापसी के लिए जोर लगा रही कांग्रेस ने भी पूर्ण बहुमत का लक्ष्य रखकर चुनाव प्रचार किया. प्रचार के दौरान बीजेपी राज्य और केंद्र सरकारों की उपलब्धियों का बखान करने के साथ ही विरोधी कांग्रेस और चौटाला परिवार की पार्टी इनेलो पर हमलावर रही. वहीं कांग्रेस ने भी मनोहर और मोदी सरकार की खामियों, नाकामियों को मुद्दा बनाया.
महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए होगा मतदान
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए भी 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. इन सीटों से कुल 3237 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी और शिवसेना गठबंधन ने सत्ता में वापसी, तो कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गठबंधन ने पांच साल बाद फिर से सत्ता वापस पाने की चाह में प्रचार के दौरान पूरी ताकत झोंकी. शरद पवार ने अधिक उम्र के बावजूद चुनाव प्रचार की कमान थामे रखी.
17 राज्यों की 64 सीटों पर उपचुनाव भी
हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनाव के साथ ही 17 राज्यों की 64 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव भी हो रहे हैं. इनमें कर्नाटक की 15, उत्तर प्रदेश की 11, केरल और बिहार की पांच-पांच, गुजरात, असम और पंजाब की चार-चार, सिक्किम की तीन, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और राजस्थान की दो-दो और अरुणाचल प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, मेघालय, ओडिशा और पुडुचेरी की एक-एक सीटें शामिल हैं. इन सीटों पर भी मतदान 21 अक्टूबर को होगा, जिसके लिए प्रचार थम गया है. 24 अक्टूबर को चुनाव नतीजे आएंगे.