
बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली में जारी सीलिंग मामले पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. नई दिल्ली से सांसद लेखी ने शनिवार को आज तक से खास बातचीत में कहा कि इसमें बीजेपी शासित एमसीडी की कोई गलती नहीं है.
उन्होंने कहा कि ये सब कुछ दिल्ली की पिछली कांग्रेस सरकार और वर्तमान आम आदमी पार्टी की सरकार की देन है. इसमें एमसीडी की कोई गलती नहीं है, वो सिर्फ मॉनिटरिंग कमेटी का आदेश मान रही है. लेखी ने बताया कि दुकानों को रेग्यूलराइज करने का प्लान दिल्ली सरकार को बनाकर केंद्र को भेजना है.
मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में एक मार्केट के 10-10 नक़्शे बने. इनमें कुछ नक़्शे ऐसे थे, जिनमें बेसमेंट तक को अप्रूव किया गया, वो भी ऐसे इलाकों में जहां बेसमेंट बनाना मना है. इन वजहों से कंफ्यूजन इतना रहा कि दुकानदारों के लिए कोई एक निश्चित नियम नहीं बन पाया. इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में लंबित मुकदमे हुए और सीलिंग शुरू हो गई.
लेखी ने कहा कि केंद्र और एमसीडी की पूरी कोशिश है कि मार्केट एसोसिएशन को राहत मिले. हालांकि दिल्ली की मार्केट एसोसिएशन को तत्काल कोई राहत देने से लेखी ने इंकार करते हुए कहा कि इतने वर्षों से जो गलतियां हुई हैं उनको एक दिन में नहीं सुधारा जा सकता.
वहीं मार्केट एसोसिएशन के लोगों का कहना है कि अगर सरकार ने जल्द ही सीलिंग नहीं रोकी तो हज़ारों लोग बेरोज़गार हो जाएंगे और मजबूरी में उन्हें सड़कों पर आना पड़ेगा.
सीलिंग के विरोध में बंद रहे मार्केट, फिर भी चला अभियान
गौरतलब है कि सीलिंग के विरोध में शुक्रवार को साउथ दिल्ली के ज्यादातर बाजार बंद रहे. इसके बाद भी सीलिंग अभियान पर कोई फर्क नहीं पड़ा. शुक्रवार को भी साउथ और नॉर्थ दिल्ली के कई इलाकों में सीलिंग अभियान चलाया गया.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मॉनिटरिंग कमेटी के निर्देश पर इन दिनों दिल्ली में बड़े पैमाने पर सीलिंग अभियान चलाया जा रहा है. साउथ एमसीडी के तहत आने वाले साकेत, सुंदर नगर और राजौरी गार्डन इलाकों में शुक्रवार को सीलिंग हुई.