
गुजरात सरकार के गोसेवा व गोचर विकास बोर्ड ने गाय की सुरक्षा को लेकर गाय में जीपीएस माइक्रोचिप लगाने जा रही है. जिससे ना सिर्फ गाय कि जानकारी प्राप्त होगी बल्कि गाय की तस्करी को भी रोका जा पाएगा.
गौरतलब है कि गाय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आधार कार्ड निकालने की बात कही थी. हालांकि गुजरात सरकार के गोसेवा व गोचर विकास बोर्ड ने 30 हजार गायों में रेडियो फ्रिक्वंसी आईडेंटिफेकेशन डिवाइसेज लगाने का फैसला किया है. इस माइक्रोचिप के जरिए गाय से संबंधित नस्ल, आयु, दूध की मात्रा और मालिक का नाम जैसी जानकारी को स्टोर किया जाएगा.
गोसेवा व गोचर विकास बोर्ड के वाईस चेयरमैन चैतन्य शंभु महाराज का कहना है कि माइक्रोचिप में गाय का आइडेंटिफिकेशन नंबर, जन्मतिथि, हेल्थ रिकॉर्ड्स और प्रवासन से संबंधित जानकारियां भी होंगी.
30 हजार गायों में लगेगी माइक्रोचिप
फिलहाल ये पूरा प्रोजेक्ट गुजरात की 200 गोशाला में इन्ट्रोड्यूश किया जाएगा जिसके तहत करीब 30 हजार गायों में ये माइक्रोचिप लगाई जाएगी. ये चिप गाय की कान में लगाई जाएगी. उम्मीद है कि चिप लगाने का ये काम अगस्त के अंत तक पूरा हो जायेगा. राज्य सरकार ने काम को मंजूरी देते हुए 3 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट पास किया है.
अब जीपीएस पर नजर आएगी गाय
इस माइक्रोचीप के जरिए ना सिर्फ गाय का डेटा रिकॉर्ड बनाया जाएगा बल्कि गाय की तस्करी को भी रोका जाएगा. शंभु महाराज का ये भी कहते हैं कि इस सिस्टम में लगे गाय के यूनीक आईडी नंबर और जीपीएस के जरिए गाय की पूरी जानकारी पुलिस को भी मिल पाएगी.
पुलिस को मिलेगी काफी मदद
पिछले दिनों जिस तरह से गुजरात में गोरक्षा के नाम पर दलितों को मारा गया था या फिर गोतस्करी को लेकर पिटाई के मामले सामने आए थे वैसे में ये माईक्रोचिप काफी कारगर साबित हो सकती है. इसके जरिए पुलिस ना सिर्फ गाय के मालिक तक पहुंच पाएगी बल्कि गोहत्या को भी रोक पाएगी.