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मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलने के बहाने कार्यकताओं की नब्ज टटोलेंगे शाह और योगी

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथकल यानी रविवार को मुगलसराय जंक्शन के नए नाम का लोकार्पण करेंगे.

प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो- Getty Images) प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो- Getty Images)
सना जैदी/कुमार अभिषेक
  • मुगलसराय,
  • 04 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 5:12 PM IST

मुगलसराय जंक्शन को नया नाम मिलने में अब महज चंद घंटे रह गए हैं. अब मुगलसराय जंक्शन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से पहचाना जाएगा. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रेल मंत्री पीयूष गोयल रविवार को नए नाम का लोकार्पण करेंगे.

इस मौके पर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष एवं स्थानीय सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय भी मौजूद रहेंगे. दरअसल, भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मृत्यु मुगलसराय में ही रेल यात्रा के दौरान हुई थी और 11 फरवरी सन 1968 को उनका शव यहां के रेलवे यार्ड में खंभा नंबर 722/1276 के पास मिला था. पंडित दीनदयाल उपाध्याय बीजेपी के लिए हमेशा से प्रेरणा स्रोत रहे और उनके नाम से भाजपा की सरकारों ने कई तरह की लोकोपयोगी योजनाएं भी चला रखी हैं.

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केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी

गौरतलब है कि यूपी में जब भाजपा की सरकार बनी और योगी आदित्यनाथ ने सूबे की कमान संभाली तो उसके बाद से मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलने की कवायद शुरू हो गई थी. स्थानीय सांसद और वर्तमान में प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने मुगलसराय का नाम बदलने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेज. जिसपर विचार हुआ और मुगलसराय जंक्शन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने की अनुमति केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय ने दे दी. जिसके फलस्वरूप कल यानी रविवार को भारतीय रेल के सर्वाधिक व्यस्तम रेलवे स्टेशनों में शुमार और सन 1862 में अस्तित्व में आया मुगलसराय जंक्शन का नाम इतिहास के पन्नो में दर्ज हो जाएगा.

जनसभा में एक लाख लोगों के जुटने की उम्मीद

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नए नाम के लोकार्पण के लिए तमाम तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. स्थानीय बाकले ग्राउंड पर एक एक विशाल जनसभा का भी आयोजन किया गया है. जिसमें एक लाख कार्यकर्ताओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है. कार्यकर्ताओं को लाने के लिए चार सौ बसों और पांच हजार से ज्यादा चार पहिया वाहनों का इंतजाम किया गया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता और रेलमंत्री इसी कार्यक्रम स्थल से ही रिमोट के जरिए नए नाम के लोकार्पण के साथ साथ अन्य योजनाओं को हरी झंडी दिखाएंगे.

इस बात की जानकारी देते हुए चंदौली के भाजपा के जिलाध्यक्ष सर्वेश कुशवाहा ने बताया कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि एकात्म मानववाद के नाम पर मुगलसराय का नाम रखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रेलवे अथॉरिटी के साथ भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जी जान से जुटे हुए हैं.

बारिश के मद्देनजर वाटर प्रूफ पंडाल की व्यवस्था

बता दें कि बरसात को देखते हुए वाटर प्रूफ पंडाल बनाया गया है. जिसमें भाजपा के दिग्गज नए नामकरण के लोकार्पण के साथ अन्य कई योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे. मुगलसराय रेल डिविजन के पीआरओ पृथ्वीराज ने बताया कि जंक्शन के नए नामकरण के साथ रेलवे की भी कई योजनाओं को हरी झंडी दिखाई जाएगी.

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2019 चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी

वहीं अगर इस कार्यक्रम के राजनैतिक मायने निकाले जाएं तो दरअसल भाजपा पूरी तरह से चुनाव मोड में आ चुकी है. एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर 2019 की जमीन तैयार करने में जुटे हैं तो वही दूसरी तरफ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के अन्य बड़े दिग्गज नेता भी जगह जगह रैलियां कर रहे हैं. इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर भी भाजपा काफी उत्साहित हैं. नामकरण के बहाने ही सही शाह और योगी राजनाथ सिंह के गृह जनपद के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेंगे.

इन योजनाओं का होगा लोकार्पण और शिलान्यास

1- मुगलसराय जंक्शन का नया नामकरण.

2- पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (मुगलसराय) और लखनऊ के बीच सताहिक ट्रेन (सप्ताह में दो दिन) एकात्मता एक्सप्रेस की शुरुआत.

3- जंक्शन के यार्ड को स्मार्ट यार्ड के रूप में अपग्रेडेशन का शुभारंभ.

4- जंक्शन पर स्थित RRI यानी रूट रिले इंटरलाकिंग सिस्टम (सिग्नल सिस्टम) का अपग्रेडेशन.

5- स्टेशन के अपग्रेडेशन का कार्यों का शुभारंभ.

6- महिला रेल कर्मियों द्वारा गुड्स ट्रेन के परिचालन का शुभारंभ.

7- राजघाट पुल के पास पड़ाव पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 100 फीट ऊंची प्रतिमा लगाने का शिलान्यास.

8- पड़ाव पर स्थित गन्ना संस्थान परिसर में दीनदयाल लाइब्रेरी और दीनदयाल उद्यान का शिलान्यास.

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